केंद्र सरकार ने देशभर के कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी से जुड़ा एक बड़ा अपडेट जारी किया है, जिसने कई लोगों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। कुछ महीने पहले सरकार ने रिटायरमेंट ग्रेच्युटी की सीमा को ₹20 लाख से बढ़ाकर ₹25 लाख कर दिया था। लेकिन अब एक नया स्पष्टीकरण सामने आया है, जिसने कई कर्मचारियों को निराश कर दिया। आइए जानते हैं कि इस नए नियम से किसे फायदा होगा और किसे नहीं।
₹25 लाख ग्रेच्युटी का फायदा किसे?कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय ने हाल ही में साफ किया है कि ₹25 लाख तक की बढ़ी हुई ग्रेच्युटी सिर्फ उन कर्मचारियों को मिलेगी, जो केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2021 या केंद्रीय सिविल सेवा (राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत ग्रेच्युटी भुगतान) नियम, 2021 के दायरे में आते हैं। यानी यह सुविधा केवल केंद्रीय सिविल सेवकों के लिए है। अगर आप इन नियमों के तहत नहीं आते, तो यह बढ़ी हुई राशि आपके लिए नहीं है।
इन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा लाभसरकार के इस स्पष्टीकरण ने साफ कर दिया है कि लाखों कर्मचारियों को इस नए नियम का फायदा नहीं मिलेगा। जिन संस्थानों के कर्मचारियों को इस बढ़ी हुई ग्रेच्युटी से वंचित रहना पड़ेगा, उनमें शामिल हैं:
- सार्वजनिक उपक्रम (PSUs)
- सरकारी और ग्रामीण बैंक
- भारतीय रिजर्व बैंक
- पोर्ट ट्रस्ट
- स्वायत्त संस्थान
- सरकारी विश्वविद्यालय
- राज्य सरकारों के कर्मचारी
इन सभी संस्थानों के ग्रेच्युटी नियम केंद्र सरकार के सिविल सेवकों से अलग हैं, इसलिए उन्हें ₹25 लाख की सीमा का लाभ नहीं मिलेगा।
सरकार को क्यों देनी पड़ी सफाई?30 मई 2024 को सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर ग्रेच्युटी की सीमा को ₹25 लाख करने का ऐलान किया था, जो 1 जनवरी 2024 से लागू माना गया। इस घोषणा के बाद देशभर के कर्मचारियों, खासकर बैंक, PSU और यूनिवर्सिटी में काम करने वालों ने इसे अपने लिए भी लागू माना। इसके चलते मंत्रालय को बड़ी संख्या में RTI और सवाल मिले। इस भ्रम को दूर करने के लिए सरकार ने अब नया आदेश जारी किया, जिसमें साफ किया गया है कि यह नियम केवल विशिष्ट कर्मचारियों के लिए है।
मंत्रालय की सलाहपेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) ने सुझाव दिया है कि जिन कर्मचारियों को लगता है कि वे इस नियम के दायरे में नहीं आते, वे अपने संबंधित मंत्रालय या विभाग से ग्रेच्युटी नियमों की जानकारी लें। हर संस्था के अपने अलग सेवा और पेंशन नियम होते हैं, जो ग्रेच्युटी की राशि और शर्तों को तय करते हैं।
ग्रेच्युटी क्या है और क्यों जरूरी?ग्रेच्युटी एक ऐसी एकमुश्त राशि है, जो कर्मचारी को लंबे समय तक नौकरी करने के बाद रिटायरमेंट पर दी जाती है। इसका उद्देश्य कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। हर संस्था अपने नियमों के अनुसार ग्रेच्युटी की राशि और शर्तें तय करती है।
You may also like

Air India Marathi Row: 'भिखारी ने पैसों के लिए महिला की नौकरी बर्बाद की, उसे मुर्गा नहीं बनाया तो...', प्लेन में मराठी विवाद के बाद मनसे ने दी चेतावनी

वनडे और टी20 में लगातार नजरअंदाज किए जाने पर भारत के इस स्टार बल्लेबाज ने लिया रणजी खेलने का फैसला

पूर्व डीजीपी के रिश्तेदार के घर में चोरी, नकदी और सोने-हीरे के जेवरात ले उड़े चोर

पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच युद्ध विराम जारी रखना क्यों हो रहा है मुश्किल?

लड़ाई-झगड़े मेट्रो में हुए आम, अब पैसेंजर के हाथ लगा कंडोम से भरा डब्बा! वायरल तस्वीर में देखने को मिले मजेदार रिएक्शन





