पहलगाम आतंकी हमले की दर्दनाक यादें अभी भी ताजा हैं, और अब रविवार को भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच में दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। इस हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी ने अपनी जान गंवा दी थी। लेकिन इस मैच को लेकर देश में गुस्सा भड़क रहा है। कई लोग इस मुकाबले का विरोध कर रहे हैं, और शुभम की पत्नी एशान्या भी इस भीड़ का हिस्सा हैं। उनका कहना है कि खिलाड़ी शायद भूल चुके हैं कि उसी पाकिस्तान के आतंकियों ने हमारे देश के लोगों की जान ली थी।
आतंकी हमले की वो काली रातपहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले में कई बेगुनाहों की जान गई, जिनमें कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल थे। शुभम एक आम भारतीय थे, जो अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे थे। लेकिन उस एक रात ने सबकुछ छीन लिया। उनकी पत्नी एशान्या आज भी उस दर्द को भूल नहीं पाई हैं।
क्रिकेट मैच पर क्यों उठ रहे सवाल?भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से ही हाई-वोल्टेज होता है। लेकिन इस बार माहौल कुछ और है। पहलगाम हमले के बाद लोग इस मैच के आयोजन पर सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी #BoycottIndoPakMatch ट्रेंड कर रहा है। कई लोगों का मानना है कि जब तक आतंकवाद का मुद्दा हल नहीं होता, तब तक ऐसे मैचों का कोई मतलब नहीं।
एशान्या का दर्द और गुस्साशुभम की पत्नी एशान्या ने खुले तौर पर इस मैच का विरोध किया है। उनका कहना है, “खिलाड़ी मैदान पर उतरकर खेल रहे हैं, लेकिन क्या वो भूल गए कि उसी पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमारे लोगों को मारा? मेरे शुभम को मारा? ये खेल नहीं, हमारे जख्मों का मजाक है।” एशान्या की आवाज में दर्द और गुस्सा साफ झलकता है। वो चाहती हैं कि देश पहले आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो, फिर खेल की बात हो।
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