दुनियाभर में 22 मई को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया जाएगा. इस साल इसकी थीम ‘प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास’ है. यह थीम 2030 एजेंडा और कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता रूपरेखा (केएमजीबीएफ) के लक्ष्यों के बीच संबंध पर ध्यान केंद्रित करती है. यह एजेंडा संयुक्त राष्ट्र के निर्धारित 17 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजीएस) की पूर्ति करता है. इसका उद्देश्य 2030 तक दुनिया भर में विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करना है. कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता रूपरेखा जैव विविधता के नुकसान को रोकने और उसे उलटने के लिए एक वैश्विक योजना है. इसे 2022 में अपनाया गया था. यह रूपरेखा प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने और सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के महत्व पर जोर देती है. साथ ही जैव विविधता की रक्षा के संकल्प की पुष्टि करती है. जैव विविधता के बिना धरती पर जीवन की कल्पना करना मुश्किल है.
भारत ने अपनी जैव विविधता की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय योजना में कुन्मिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता के ढांचे के अनुरूप बदलाव किया है. इसकी घोषणा द्विवार्षिक संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (कॉप 16) में की गई. सम्मेलन का आयोजन कोलंबिया के कैली शहर में पिछले साल 21 अक्तूबर से पहली नवंबर के बीच किया गया. इस बदलाव का मकसद नष्ट हुए पारिस्थितिक तंत्र, जैसे कि जंगल, आद्रभूमि और नदियों को 2030 तक पुनर्स्थापित किया जाना है, ताकि वह साफ पानी और हवा जैसी जरूरी सुविधाएं प्रदान करते रहें. साथ ही यह बदलाव वन्यजीवों और पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान पहुंचाने वाले प्लास्टिक और रासायिक प्रदूषण को कम करने की कोशिथ करता है. इसके तहत यह भी सुनिश्चित करना है कि जैव विविधता की रक्षा करने वाले स्थानीय समुदायों खासकर आदिवासियों को फैसले लेने की प्रक्रिया में शामिल किया जाए.
सनद रहे साल 1992 में जैव विविधता पर अंतरराष्ट्रीय समझौता सीबीडी (कन्वेंशन ऑन बायो डायवर्सिटी) अपनाया गया था. इसका मकसद दुनिया की जैव विविधता की रक्षा करना है. इसके तहत सभी देशों को अपनी जैव विविधता को सुरक्षित रखने और उसके संसाधनों का सही उपयोग करने के लिए एक राष्ट्रीय योजना बनानी होती है. इसे राष्ट्रीय विविधिता रणनीति और क्रियान्वयन योजना (एनबीएसएपी) कहा जाता है. वैश्विक स्तर पर कुनमिंग-मोंटरियाल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क के तहत जैव विविधता को सुरक्षित करने के लिए 23 लक्ष्य ही तय किए गए हैं. इस नीति को 2022 में कनाडा में हुई 15वीं जैव विविधता कॉन्फ्रेंस में मंजूरी मिली थी. इसका लक्ष्य 2030 तक दुनिया के 30 फीसदी जमीन और जलीय क्षेत्र को संरक्षित करने का है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में खराब हुए ईको सिस्टम (पारिस्थितिक प्रणालियों), जैसे जंगल, नदियां, आदि को ठीक करने पर भी सहमति बनी, ताकि इन क्षेत्रों में साफ हवा और पानी सुनिश्चित किया जा सके.
भारत को 17 महाविविधता वाले देशों में से एक माना गया है और यह 1994 में संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (सीबीडी) का सदस्य बना. एनबीएसएपी के मुताबिक, भारत ने 2017-2018 से 2021-2022 तक जैव विविधता संरक्षण और बहाली पर लगभग 32,200 करोड़ रुपये खर्च किए. 2029-2030 तक जैव विविधता संरक्षण के लिए अनुमानित वार्षिक औसत व्यय 81,664.88 करोड़ रुपये होने का अनुमान है.
भारत ने तीन मुख्य क्षेत्रों में जैव विविधता के लक्ष्य निर्धारित किए हैं. जैव विविधता के लिए खतरों को कम करना विषय में आठ लक्ष्य शामिल हैं. पहले पांच लक्ष्य जैव विविधता के लिए प्रमुख खतरों से निपटने के लिए हैं और ये खतरे हैं-भूमि और समुद्र के उपयोग में परिवर्तन. प्रदूषण. प्रजातियों का अत्यधिक उपयोग. जलवायु परिवर्तन. आक्रामक विदेशी प्रजातियां. अन्य तीन लक्ष्य इन मुद्दों पर केंद्रित हैं-पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करना.प्रजातियों और आनुवंशिक विविधता का प्रबंधन और जंगली प्रजातियों के कानूनी, टिकाऊ उपयोग को सुनिश्चित करना.
दूसरे विषय-स्थायी उपयोग और लाभों को साझा करने के माध्यम से लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करना में कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और वनों के स्थायी प्रबंधन पर केंद्रित पांच लक्ष्य शामिल हैं. इसके अलावा कार्यान्वयन के लिए उपकरण और समाधान के तीसरे विषय में 10 लक्ष्य शामिल हैं. यह जैव विविधता को व्यापक विकास लक्ष्यों में एकीकृत करने, टिकाऊ उत्पादन और उपभोग को बढ़ावा देने, अपशिष्ट को कम करने आदि पर केंद्रित हैं.
महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1805ः गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली ने एक आदेश के तहत दिल्ली के मुगल बादशाह के लिए एक स्थायी प्रावधान की व्यवस्था की.
1972ः पाकिस्तान ने राष्ट्रमंडल की सदस्यता छोड़ी.
1990ः उत्तरी एवं दक्षिणी यमन के विलय के साथ संयुक्त यमन गणराज्य का अभ्युदय.
1992ः बोस्निया, स्लोवेनिया और क्रोएशिया संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य बने.
1996ः माइकल कैमडेसस तीसरी बार अगले पांच वर्ष के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रबंध निदेशक चुने गए.
2001ः दलाई लामा ने तिब्बत की आजादी की मांग छोड़ी.
2002ः नेपाल संसद भंग.
2003ः अल्जीरिया में भूकंप. 2000 से भी अधिक लोग मारे गए.
2007ः गणितज्ञ श्रीनिवास वर्धन को नार्वे का अबेल पुरस्कार प्रदान किया गया.
2008ः संयुक्त राष्ट्र संघ की 47 सदस्यीय मानवाधिकार समिति में पाकिस्तान को शामिल किया गया.
जन्म
1772ः धार्मिक और सामाजिक विकास के क्षेत्र में सबसे अग्रणी राजा राममोहन राय.
1878ः अपने जीवन में कोई कुश्ती न हारने वाले गामा पहलवान.
1959ः जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती.
निधन
1545ः भारत में सूर साम्राज्य के संस्थापक शेरशाह सूरी.
1991ः भारत के प्रारंभिक वामपंथी नेता श्रीपाद अमृत डांगे.
2000ः प्रसिद्ध भारतीय व्यवसायी, उद्यमी और गोदरेज समूह के अध्यक्ष सोहराब फिरोजशाह गोदरेज.
महत्वपूर्ण दिवस
-विश्व जैव विविधता दिवस.
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/ मुकुंद
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