रांची, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन (बीएसएसआर यूनियन) के तत्वावधान में दवा संबंधी मुद्दों पर विशेष राज्य स्तरीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया।
रविवार को हुए इस कार्यक्रम का उद्देश्य वर्तमान समय में दवा क्षेत्र से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और जनहित में ठोस समाधान की दिशा में कदम बढ़ाना था।
कार्यक्रम में दवा संबंधी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई, जिनमें दवा के दामों में कमी लाने की जरूरत, दवा और स्वास्थ्य संबंधी सभी उपकरणों पर शून्य प्रतिशत जीएसटी लागू करने,
विदेशों से आयातित दवाओं पर आयात शुल्क शून्य करने और
दवाई के गुणवत्तापूर्ण मानकों की जांच के लिए बुनियादी ढांचे का विकास एवं जांच मे असफल निम्न गुणवत्ता वाली दवाओं की बिक्री पर रोक लगाना शामिल है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज चौधरी, संगठन के कोषाध्यक्ष ने की।
कन्वेंशन को विभिन्न संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और गणमान्य अतिथियों ने संबोधित किया।
इनमें पीयूष गुप्ता सेक्रेटरी बीएसएसआर युनियन, प्रतीक मिश्रा जिला सचिव सीटू रांची, डॉ काजल शेखर चौधरी अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोशिएशन (आईएमए) रांची शामिल थे।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में दवा उद्योग की मौजूदा चुनौतियों, उपभोक्ताओं पर बढ़ते आर्थिक बोझ और सरकार से अपेक्षित नीतिगत बदलावों पर अपने विचार रखे। वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि दवाएं और स्वास्थ्य सेवाएं कोई विलासिता नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार हैं, जिससे कोई तबका वंचित न रह जाए।
कन्वेंशन में लगभग 55 बीएसएसआरयू के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की और पूरी एकजुटता के साथ यूनियन की मांगों का समर्थन किया।
साथ ही बीएसएसआर युनियन अपने अखिल भारतीय संगठन एफएमआरएआई के निर्देश पर एफएमआरएआई के पूर्व महामंत्री डीपी दुबे की स्मृति सप्ताह के रूप 26 अगस्त से 31 अगस्त तक राज्य के सभी ईकाईयों में अपनी मांगो के समर्थन मे आम सभा और नुक्कड सभा कर आम जनता के बीच में दवा संबंधित जनमुद्दों को लेकर आवाज़ बुलंद करने की बात कहीं।
—————
(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
You may also like
धारः केन्द्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर ने बदनावर में 16 करोड़ की विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण
मप्र का महू बनेगा सैन्य रणनीति का केंद्र, रक्षा मंत्री, सीडीएस व सेनाध्यक्ष होंगे शामिल
बिहार में लोन वसूली से शुरू हुआ अनोखा प्रेम कहानी
पूजा पाल के आरोप निराधार, उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी : जूही सिंह
संविधान संशोधन विधेयक असंवैधानिक, राजनीतिक भ्रष्टाचार को देगा बढ़ावा: प्रियंका कक्कड़