सोनीपत, 8 मई . खरीफ सीजन की शुरुआत के साथ ही सोनीपत जिला कृषि विभाग ने
नकली खाद, बीज और दवाइयों की बिक्री पर लगाम कसने के लिए कमर कस ली है. किसानों को
घटिया गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों से बचाने के लिए विभाग ने सख्त कदम उठाने शुरू कर
दिए हैं. मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के तहत जिले में बड़े स्तर पर सैम्पलिंग अभियान
शुरू किया जा रहा है.
कृषि विभाग को इस बार बीज के 200, दवाइयों के 147 और खाद के
290 सैम्पल लेने का लक्ष्य मिला है. इस टारगेट को पूरा करने के लिए उपमंडल स्तर पर
विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं. ये टीमें जिले भर की दुकानों पर छापेमारी कर उत्पादों
की गुणवत्ता की जांच करेंगी. जिले में 681 बीज, 795 खाद और 851 दवाइयों के अधिकृत विक्रेता
हैं. पहली बार खंड कृषि अधिकारियों को भी सैम्पल लेने की अधिकृत जिम्मेदारी दी गई है.
लिए गए सैम्पल्स को लैब भेजा जाएगा और यदि कोई सैम्पल फेल होता है, तो संबंधित विक्रेता
को पहले नोटिस दिया जाएगा.
दोबारा फेल होने पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे खाद, बीज और दवाइयों
की खरीददारी के समय पक्का बिल अवश्य लें. बिना बिल के प्राप्त उत्पादों की शिकायतों
पर विभाग कानूनी कार्रवाई करने में असमर्थ रहेगा. यदि कोई दुकानदार बिल देने से इनकार
करता है तो उसकी शिकायत तत्काल कृषि विभाग को करें.
कृषि उपनिदेशक डॉ. पवन शर्मा ने गुरुवार काे बताया कि खरीफ सीजन शुरू हो
चुका है और विभाग पूरी मुस्तैदी से नकली उत्पादों की रोकथाम के लिए सक्रिय हो गया है.
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे किसी भी तरह की खरीददारी के समय सतर्क रहें और
केवल विश्वसनीय विक्रेताओं से ही पक्का बिल लेकर खरीद करें.
—————
शर्मा परवाना
You may also like
चीन में निजी अर्थव्यवस्था संवर्धन कानून के निर्माण का बहुत बड़ा संवैधानिक महत्व
तमिलनाडु : एसआरएमआईएसटी की प्रोफेसर ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की आलोचना की, संस्थान ने किया निलंबित
वुहान में 'चाइना वॉक' कार्यक्रम, राजनयिकों और मीडिया ने की भागीदारी
बिहार, जम्मू और कश्मीर ने स्वर्ण पदक जीते (राउंड-अप)
क्या आप जानते है मक्खियों को बार-बार भगाने पर भी वह वापिस आपके ऊपर ही आकर क्यों बैठती हैं• ˠ