मुरादाबाद, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । गुरुद्वारा निर्मल आश्रम गुलाबबाड़ी में साहिब श्री गुरु ग्रंथ जी महाराज का प्रकाश पर्व रविवार को धूमधाम से मनाया गया। महंत सरदार गुरबिन्दर सिंह ने बताया कि साहिब श्री गुरु ग्रंथ जी महाराज का जन्म भादों मास की 9वीं तिथि को सन् 1604 में हुआ था। आज संपूर्ण विश्व में उनका प्रकाश पर्व मनाया जा रहा हैं। इस अवसर पर मनीत कौर द्वारा प्रारंभ किए गए सहज पाठ का भोग महंत गुरबिन्दर सिंह द्वारा डाला गया।
गुरु ग्रंथ साहिब जी की आरती सर्वत्र साध संगत द्वारा निर्मल मर्यादा अनुसार धूप, दीप, पुष्प, शंख, घंटा घड़ियाल बजा कर की गई। अरदास रानी कौर ने की।
इसके बाद श्री निर्मल आश्रम महिला कीर्तन जत्था इंदर कौर, रीता मिश्रा, पिंकी गुलाटी, जसमीत कौर, इंदू कौर, निर्मल कौर आदि द्वारा शबद कीर्तन किया गया। निशान साहब के चोले की सेवा तलविंदर सिंह के परिवार की ओर से की गई। अंत में गुरु का लंगर (भंडारा) अटूट वारताया गया। लंगर सेवा जसविंदर सिंह एवं मनीत कौर परिवार की ओर से की गई, लंगर तैयार करने और वरताने में वजीर सिंह, वरियाम सिंह, हरमीत सिंह लवली राजेंद्र सिंह, गुरप्रीत आनंद, परमजीत सिंह आदि ने की मुख्य भूमिका निभाई।
निर्मल आश्रम की ओर से साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी पर आधारित एक पुस्तक पूर्ण गुरु श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी जिज्ञासु संगत को निःशुल्क वितरित की गई जिससे लोग गुरु ग्रंथ साहब की शिक्षाओं को समझ सकें।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
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