Next Story
Newszop

'एक रुपये में फसल बीमा योजना' को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार का बड़ा बयान, पीएम मोदी की तारिफों के बांधे पुल

Send Push

महाराष्ट्र में किसानों के लिए शुरू की गई 'एक रुपए में फसल बीमा योजना' अब संकट से गुजर रही है। इस योजना को किसानों के हित में एक क्रांतिकारी कदम माना गया था, लेकिन अब इसमें कई बाधाएं आ रही हैं। इस संदर्भ में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में बड़ा बयान दिया है और आश्वासन दिया है कि सरकार किसानों के हित में कोई भी आवश्यक कदम उठाएगी।

image

अजित पवार ने क्या कहा?

image

अजित पवार ने कहा, "'एक रुपए में फसल बीमा योजना' छोटे और मध्यम किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से राहत दिलाने के बड़े उद्देश्य से शुरू की गई थी। लेकिन अब यह योजना कई तकनीकी और व्यावहारिक बाधाओं का सामना कर रही है।" उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ लोगों ने इस योजना का गलत फायदा उठाया है। पवार के मुताबिक, "कई जगहों पर लोगों ने दिखावे के लिए फॉर्म भरे और फसल बीमा के नाम पर ठगी की। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा।"

किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं

image

सरकार इस योजना की समीक्षा कर रही है और जल्द ही नए दिशानिर्देश लागू किए जा सकते हैं। अजित पवार ने स्पष्ट किया कि किसानों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा और सरकार का अगला कदम भी किसानों के कल्याण को ध्यान में रखकर ही उठाया जाएगा।

image

किसानों को बहुत कम प्रीमियम पर बीमा सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 'एक रुपए में फसल बीमा योजना' शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य सूखा, बाढ़, कीट संक्रमण और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई करना था। अब सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इस योजना को पारदर्शी और प्रभावी तरीके से कैसे पुनर्जीवित किया जाए, ताकि वास्तविक जरूरतमंद किसानों को इसका लाभ मिल सके।

Loving Newspoint? Download the app now