Next Story
Newszop

क्या बंसुरी स्वराज ने कांग्रेस को फिर से घेरा? जानिए उनके बैग के संदेश का मतलब

Send Push
बंसुरी स्वराज का राजनीतिक अंदाज

भाजपा सांसद और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बंसुरी स्वराज एक बार फिर अपने राजनीतिक अंदाज के लिए चर्चा में हैं। सोमवार को 'वन नेशन, वन इलेक्शन' पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में बंसुरी ने एक बैग उठाया, जिस पर बड़े अक्षरों में लिखा था 'नेशनल हेराल्ड की लूट'। यह संदेश इतना स्पष्ट था कि इसे नजरअंदाज करना मुश्किल था, और इसने कांग्रेस पर भाजपा के पुराने आरोपों को फिर से ताजा कर दिया।


बैग के माध्यम से राजनीतिक संकेत

बैठक में बंसुरी स्वराज का यह कदम एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत माना जा रहा है, जो न केवल कांग्रेस पर कटाक्ष था, बल्कि 'नेशनल हेराल्ड केस' को भी फिर से चर्चा में लाने का प्रयास था।


कांग्रेस पर सीधा हमला

बंसुरी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में मीडिया संस्थानों का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब भ्रष्टाचार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, मीडिया, तक पहुंच गया है।


प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट

उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चार्जशीट का उल्लेख करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा को उजागर करती है, जिसमें जनता की सेवा के लिए बनी संस्थाओं का दुरुपयोग निजी लाभ के लिए किया जाता है। बंसुरी ने यह भी कहा कि 'जन ट्रस्ट को निजी संपत्ति में बदलना कांग्रेस की पुरानी रणनीति है और इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।'


सोनिया-राहुल पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप

हाल ही में ED ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ 988 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में PMLA की विभिन्न धाराओं के तहत पेश की गई है, जिसमें सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 बनाया गया है। राहुल गांधी वर्तमान में लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं।


नेशनल हेराल्ड केस का इतिहास

'नेशनल हेराल्ड' अख़बार की स्थापना 1938 में जवाहरलाल नेहरू और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदारवादी विचारों को जनता तक पहुंचाना था। यह अख़बार एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) द्वारा प्रकाशित होता था और स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस का मुखपत्र बन गया।


'नेशनल हेराल्ड' का प्रकाशन बंद

2008 में भारी कर्ज के कारण 'नेशनल हेराल्ड' ने अपने प्रकाशन को बंद कर दिया। इसके बाद 2012 में भाजपा नेता और वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने अदालत में एक याचिका दायर की, जिसमें आरोप लगाया गया कि कांग्रेस नेताओं ने धोखाधड़ी और विश्वासघात करते हुए AJL की संपत्ति को हड़पने का प्रयास किया। स्वामी के अनुसार, 'यंग इंडियन लिमिटेड' नामक फर्म ने 'षड्यंत्रपूर्वक' AJL की संपत्ति पर कब्जा कर लिया।


भाजपा का पुराना मुद्दा फिर से उठाना

बंसुरी स्वराज का बैग और उनके बयान कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के पुराने आरोपों को फिर से उजागर करते हैं। नेशनल हेराल्ड केस एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है और भविष्य में इस पर राजनीति और गरमाने की संभावना है।


Loving Newspoint? Download the app now