मुंबई: भारत का क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई), जो विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में गतिविधि का आकलन करता है, अप्रैल में वैश्विक स्तर पर उच्चतम रहा।
जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का सेवा क्षेत्र पीएमआई अप्रैल में 58.70 रहा तथा विनिर्माण क्षेत्र 58.20 रहा, जो विकसित एवं उभरते बाजारों में सबसे अधिक है।
किसी भी देश के विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन को समझने के लिए पीएमआई एक महत्वपूर्ण संकेतक है। 50 से ऊपर के पीएमआई को उस क्षेत्र में विस्तार माना जाता है।
जेपी मॉर्गन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के मजबूत आंकड़े संकेत देते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है।
अप्रैल में चीन का विनिर्माण क्षेत्र पीएमआई 50.40 था, जबकि राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो का आंकड़ा 49 था। इस प्रकार, चीन की विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि भारत की तुलना में काफी कमजोर देखी गई है।
सेवा क्षेत्र में भी चीन का बाजार पीएमआई 50.70 था तथा राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो का आंकड़ा 50.10 था। इस प्रकार, चीन सेवा क्षेत्र में भी भारत से काफी पीछे दिखाई देता है।
अमेरिका, ब्रिटेन और जापान जैसे अन्य देशों में भी ऐसी ही स्थिति देखी जा रही है। अप्रैल माह के लिए अमेरिकी विनिर्माण पीएमआई 48.70 थी, जबकि सेवा पीएमआई 51.60 थी।
यूरोजोन भी वर्तमान में आर्थिक गतिविधि के मामले में संघर्ष कर रहा है। इस प्रकार, भारत को विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में वैश्विक नेता के रूप में देखा जाता है।
मजबूत घरेलू मांग और उच्च व्यापार आशावाद देश में आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा दे रहे हैं।
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