ढाका: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि अवामी लीग एक पार्टी के रूप में वैध लेकिन उसकी गतिविधियां फिलहाल निलंबित हैं। यूनुस की यह टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि चुनाव आयोग ने मई में बांग्लादेश की सरकार ने शेख हसीना की पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके ठीक दो दिन बाद बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने अवामी लीग का पंजीकरण रद्द कर दिया था। ऐसे में मोहम्मद यूनुस के नए बयान को बेतुका और विरोधाभासी माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि यह बयान यूनुस सरकार का यू-टर्न है या फिर कोई रणनीति का हिस्सा।
अवामी लीग पर क्या बोले मोहम्मद यूनुसन्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान समाचार संगठन ज़ेटियो से बात करते हुए, यूनुस ने कहा कि अवामी लीग एक वैध राजनीतिक दल है और उसकी गतिविधियों को फिलहाल रोक दिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या निलंबन हटाया जा सकता है, तो उन्होंने जवाब दिया, "यह एक संभावना है"। यह पूछे जाने पर कि क्या किसी समूह को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करना लोकतांत्रिक है, यूनुस ने कहा कि यह निर्णय चुनाव आयोग पर निर्भर करता है। द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, यूनुस ने कहा कि यह मामला चुनाव आयोग के पास है, जिसने उन संभावनाओं और पार्टी की विशेषताओं पर विचार किया जो पूरे चुनाव को बाधित कर सकती हैं।
बांग्लादेश में अवामी लीग के लाखों समर्थकजब ज़ेटियो के पत्रकार मेहदी हसन ने बताया कि बांग्लादेश में अवामी लीग के लाखों समर्थक हैं, तो यूनुस ने पार्टी के मौजूदा जनाधार के आकार को लेकर अनिश्चितता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं लाखों नहीं कहूँगा। उनके समर्थक तो हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि कितने बचे हैं।" यूनुस के इस बयान को राजनीति से प्रेरित माना जा रहा है, क्योंकि अवामी लीग की कट्टर प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी अगला चुनाव जीतने की रेस में सबसे आगे है।
अवामी लीग अब भी बहुत मजबूतअवामी लीग पर भले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन इसका बांग्लादेश में एक मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क है। ऐसा माना जाता है कि आज भी अवामी लीग के लाखों समर्थक बांग्लादेश में मौजूद हैं। अधिकतर समर्थक यूनुस सरकार की बदले की कार्रवाई के डर से अंडरग्राउंड हैं और खुलकर शेख हसीना के पक्ष में अपना समर्थन व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बांग्लादेश एक बारूद के ढेर पर बैठा है, जिसमें एक छोटी सी चिंगारी विस्फोट कर सकती है।
बांग्लादेश में चुनाव कब होगायूनुस का यह बयान उनके उस बयान के कुछ महीने बाद आया है जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि बांग्लादेश में आम चुनाव 2026 में अप्रैल के पहले पखवाड़े में होंगे। यूनुस सरकार ने मई में आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत अवामी लीग की सभी गतिविधियों, जिसमें उसका ऑनलाइन संचालन भी शामिल है, को निलंबित कर दिया था। इसके बाद, चुनाव आयोग ने पार्टी का पंजीकरण रद्द कर दिया था।
अवामी लीग पर क्या बोले मोहम्मद यूनुसन्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान समाचार संगठन ज़ेटियो से बात करते हुए, यूनुस ने कहा कि अवामी लीग एक वैध राजनीतिक दल है और उसकी गतिविधियों को फिलहाल रोक दिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या निलंबन हटाया जा सकता है, तो उन्होंने जवाब दिया, "यह एक संभावना है"। यह पूछे जाने पर कि क्या किसी समूह को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करना लोकतांत्रिक है, यूनुस ने कहा कि यह निर्णय चुनाव आयोग पर निर्भर करता है। द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, यूनुस ने कहा कि यह मामला चुनाव आयोग के पास है, जिसने उन संभावनाओं और पार्टी की विशेषताओं पर विचार किया जो पूरे चुनाव को बाधित कर सकती हैं।
बांग्लादेश में अवामी लीग के लाखों समर्थकजब ज़ेटियो के पत्रकार मेहदी हसन ने बताया कि बांग्लादेश में अवामी लीग के लाखों समर्थक हैं, तो यूनुस ने पार्टी के मौजूदा जनाधार के आकार को लेकर अनिश्चितता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं लाखों नहीं कहूँगा। उनके समर्थक तो हैं, लेकिन मुझे नहीं पता कि कितने बचे हैं।" यूनुस के इस बयान को राजनीति से प्रेरित माना जा रहा है, क्योंकि अवामी लीग की कट्टर प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी अगला चुनाव जीतने की रेस में सबसे आगे है।
अवामी लीग अब भी बहुत मजबूतअवामी लीग पर भले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन इसका बांग्लादेश में एक मजबूत संगठनात्मक नेटवर्क है। ऐसा माना जाता है कि आज भी अवामी लीग के लाखों समर्थक बांग्लादेश में मौजूद हैं। अधिकतर समर्थक यूनुस सरकार की बदले की कार्रवाई के डर से अंडरग्राउंड हैं और खुलकर शेख हसीना के पक्ष में अपना समर्थन व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बांग्लादेश एक बारूद के ढेर पर बैठा है, जिसमें एक छोटी सी चिंगारी विस्फोट कर सकती है।
बांग्लादेश में चुनाव कब होगायूनुस का यह बयान उनके उस बयान के कुछ महीने बाद आया है जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि बांग्लादेश में आम चुनाव 2026 में अप्रैल के पहले पखवाड़े में होंगे। यूनुस सरकार ने मई में आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत अवामी लीग की सभी गतिविधियों, जिसमें उसका ऑनलाइन संचालन भी शामिल है, को निलंबित कर दिया था। इसके बाद, चुनाव आयोग ने पार्टी का पंजीकरण रद्द कर दिया था।
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