जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर से चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाने वाला गंभीर मामला सामने आया है। महात्मा गांधी अस्पताल (एमजीएच) में डॉक्टरों और स्टाफ की भारी लापरवाही के कारण एक राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी हर्षवर्धन की जान सांसत में पड़ गई है। मना करने के बावजूद हर्षवर्धन को एक अन्य महिला मरीज काे चढ़ाया जाने वाला खून चढ़ा दिया गया।
महिला मरीज के लिए मंगवाया गया रक्त खिलाड़ी को चढ़ाया
जानकारी के अनुसार, पीड़ित राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हर्षवर्धन, जो पुलिस विभाग में कार्यरत शिवलाल के पुत्र हैं, कुछ समय पहले अपने घुटने का लिगामेंट ऑपरेशन जयपुर में करवा चुके थे। सर्जरी के बाद संक्रमण फैलने पर उन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के कॉटेज वार्ड नंबर 4 में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही तब उजागर हुई जब वार्ड नंबर 6 में भर्ती महिला मरीज के लिए मंगवाया गया रक्त गलती से हर्षवर्धन को चढ़ा दिया गया। हर्षवर्धन ने स्वयं आपत्ति जताते हुए कहा कि, 'मेरा ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव है, मुझे पॉजिटिव रक्त न चढ़ाया जाए' लेकिन कर्मचारियों ने उनकी बात अनसुनी कर दी।
एम्स के बाद फिर दोहराई गई गलती
इससे पहले एम्स जोधपुर में भी इसी तरह की लापरवाही सामने आ चुकी है, जहां दो मरीजों को गलत रक्त चढ़ा दिया गया था और एक मरीज की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। फिलहाल, हर्षवर्धन की हालत स्थिर बताई जा रही है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
महिला मरीज के लिए मंगवाया गया रक्त खिलाड़ी को चढ़ाया
जानकारी के अनुसार, पीड़ित राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हर्षवर्धन, जो पुलिस विभाग में कार्यरत शिवलाल के पुत्र हैं, कुछ समय पहले अपने घुटने का लिगामेंट ऑपरेशन जयपुर में करवा चुके थे। सर्जरी के बाद संक्रमण फैलने पर उन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के कॉटेज वार्ड नंबर 4 में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही तब उजागर हुई जब वार्ड नंबर 6 में भर्ती महिला मरीज के लिए मंगवाया गया रक्त गलती से हर्षवर्धन को चढ़ा दिया गया। हर्षवर्धन ने स्वयं आपत्ति जताते हुए कहा कि, 'मेरा ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव है, मुझे पॉजिटिव रक्त न चढ़ाया जाए' लेकिन कर्मचारियों ने उनकी बात अनसुनी कर दी।
एम्स के बाद फिर दोहराई गई गलती
इससे पहले एम्स जोधपुर में भी इसी तरह की लापरवाही सामने आ चुकी है, जहां दो मरीजों को गलत रक्त चढ़ा दिया गया था और एक मरीज की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। फिलहाल, हर्षवर्धन की हालत स्थिर बताई जा रही है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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