संभल: उत्तर प्रदेश के संभल पुलिस ने पिछले दिनों एक केस में फरार आरोपी शाहजहां को गिरफ्तार किया। इसके बाद शाहजहां के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराई गई तो पुलिस भी अवाक रह गई। पता चला कि ये तो एक गैंग है, जो बीमा पॉलिसी कराकर हत्याओं को अंजाम दे रहा है। अब तक इस गैंग ने दो जघन्य हत्याओं को अंजाम दे दिया है और एक अन्य हत्याकांड की साजिश रच रहा है। पहले ये युवाओं को टार्गेट करता है। फिर उनके नाम करोड़ों की बीमा पॉलिसी कराता है, फिर जघन्य तरीके से हत्याकर लाश को गाड़ियों से कुचलवाता है। पुलिस के पास शिकायत करने भी ये गैंग ही जाता है और फिर बीमा क्लेम कर लेता है। आईपीएस अनुकृति शर्मा ने बताया कि एक मुकदमे के सिलसिले में थाना रजपुरा में दर्ज एक मुकदमे में दो अभियुक्त ओंकारेश्वर करण और अमित पकड़े गए थे। उसी मुकदमे में एक अन्य अभियुक्त शाहजहां खान की गिरफ्तारी फरवरी, 2025 में की गई थी। उसके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ था, इसकी जांच में व्हॉट्सएप्प चैट देखी गई तो पता चला कि इसमें एक कमल नाम के शख्स से अमन नाम के व्यक्ति की बीमा पॉलिसी क्लेम की बात की जा रही थी। पता चला कि अमन की कुल 7 बीमा पॉलिसी थी, जिनकी कुल वैल्यू 2 करोड़ 70 लाख रुपये थी। इसमें एलआईसी एण्ड्यूमेंट पॉलिसी से एक करोड़ रुपये, बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस से 50 लाख रुपये, आईसीआईसीआईप्रूडेंशियल लाइफ पॉलिसी से 30 लाख रुपये, टाटा एआईए पॉलिसी से 25 लाख रुपये, एचडीएफसी एर्गो कम्पनी पॉलिसी 30 लाख रुपये, एसबीआई जनरल कम्पनी पॉलिसी 20 लाख रुपये, स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस से 15 लाख रुपये का एक्सीडेंट डेथ कवरेज कराई गई। खास बात ये थी कि ये सभी पॉलिसी 2023 में जुलाई से सितंबर महीने के बीच कराई गई थीं। इसमें अमन की सौतेली मां सुलीफा को नॉमिनी बनाया गया था।पता चला कि अमन की दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी है। मोबाइल की फॉरेंसिक रिपोर्ट में अमन के पैन कार्ड, आधार कार्ड की कॉपी, रामसरन की पासपोर्ट साइज की फोटो मिली। सम्बन्धी दस्तावेजों एवं चैट में मौजूद डिटेल्स पंचनामा व पीएम रिपोर्ट से मिलान की गई। पता चला कि अमन की मौत दुर्घटना में बताई थी लेकिन रिपोर्ट में पूरे शरीर में कहीं भी कोई खरोंच तक के निशान नहीं थे। सिर्फ सिर पर चार बड़ी इंजरी थीं, जिनमें दो छोटे तीन से 5 सेंटीमीटर की बोन डीप इंजरी थीं।पता चला कि वेद प्रकाश नाम के शख्स ने धनारी थाने में 16 नवंबर 2023 को एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि अज्ञात वाहन चालक ने 15/16 नवंबर की रात करीब साढ़े 3 बजे रजपुरा मार्ग पर तेज रफ्तार से उनके भांजे अमन को टक्कर मार दी। अमन दक्षिणी दिल्ली के दुर्गा फतेहपुरी बारी का रहने वाला था। उसकी उम्र 24 वर्ष थी। इस दुर्घटना में अमन की मौत हो गई है। अनुकृति शर्मा ने बताया कि इसके बाद हमें शक हुआ कि ये एक्सीडेंट न होकर एक सुनियोजित हत्या हो सकती है। मामले में हमने इस केस में आगे जांच की सिफारिश की, जिसके बाद डीआईजी के आदेश से ये जांच थाना गजपुरा ट्रांसफर किया गया। उन्होंने बताया कि जांच में हमने दो प्रमुख अभियुक्तों कमल और वेद प्रकाश का चिन्हित किया। इन्हें हमने पूछताछ के लिए बुलाया और गहनता से पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार कर लिया कि इन्होंने बीमा की राशि हड़पने के लिए अमन की हत्या की थी। दरअसल अमन वेद प्रकाश की सगी मौसी की नाती था। मौसी और मौसा का देहांत हो चुका था। अमन की मां-पिता भी नहीं हैं। वह अनाथ था, उसका कोई भी आगे पीछे नहीं था। आईपीएस ने बताया कि इसमें थाना गजपुरा के रहने वाला सुनील नाम का शख्स भी शामिल था, जो बीमा पॉलिसी की बहुत अच्छे से जानकारी रखता था। वहीं अन्य साथी ओम प्रकाश, प्रेम शंकर थे, जिन्होंने इन्हें आइडिया दिया था कि किस तरह से हत्या करनी है। वहीं धनाई के रहने वाले निर्देश और उसके सगे मामा उदयभान भी इस घटना में शामिल थे। इन्होंने सुनियोजित तरीके से पहले अमन की कुल दो करोड़ 70 लाख की अलग-अलग बीमा पॉलिसी कराई। फिर ये अमन को धनारी से गवां फिर यहां से रजपुरा थाना क्षेत्र पहुंचे। यहां सुनसान क्षेत्र में इन्होंने उसे दारू पिलाई फिर हथौड़े से सर फोड़कर उसकी हत्या कर दी। फिर खुद ही वादी बनके इन्होंने थाने में एफआईआर लिखवाई और बीमा क्लेम की राशि हड़पी। अनुकृति शर्मा ने बताया कि हमें अंदेशा था कि ये इनकी पहली वारदात नहीं थी, लिहाजा और पूछताछ की गई। फिर इन्होंने बताया कि एक अन्य व्यक्ति सलीम की भी इन्होंने बिलकुल इसी तरह से हत्या की थी। उस हत्या में बाबू नाम का शख्स भी शामिल था। सलीम भी नौजवान था, उसकी भी पहले हथौड़े से सिर फोड़कर हत्या की गई। फिर उस पर गाड़ी चढ़ा दी, ताकि ये लग सके कि हत्या नहीं दुर्घटना है। उन्होंने बताया कि सलीम की मौत से ये लोग 78 लाख का क्लेम पा चुके थे। वहीं अमन की मौत के बाद ये अभी तक 20 लाख रुपये का क्लेम पा चुके थे। ये लोग ओम प्रकाश और उनके सगे जीजा रमेश की भी हत्या करने वाले थे। उसके नाम पर ये लोग 4 पॉलिसी करा चुके थे। अनुकृति शर्मा ने कहा कि ये बहुत ही क्रूर गैंग है जो ऐसे लोगों को चिन्हित करता है जो नवयुवक हैं। क्योंकि उनका प्रीमियम कम लगता है और बीमा क्लेम में पैसा ज्यादा मिलता है। उन्होंने बताया कि इस गैंग ने दो हत्याएं की हैं और एक हत्या की ये प्लानिंग कर रहे थे। लेकिन इससे पहले हमारी संभल पुलिस ने पिछले 10 दिनों में इसी तरह की हत्याओं का अनावरण किया है। एक थाना चंदौसी में विकलांग व्यक्ति की इसी तरह से हत्या की गई और बाद में उसे एक्सीडेंट का रूप दिया गया। अभी हाल ही में थाना बहजोई में एक व्यक्ति नवीन ने अपने सगे भाई संजय को ई-रिक्शा से धक्का मारकर और बाद में सड़क पर पटककर उसकी हत्या कर दी थी फिर बाद में एक्सीडेंट दिखाकर बीमा क्लेम ले लिया था।
You may also like
वित्त वर्ष 2025 में गोल्ड 41 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न देकर परिसंपत्ति वर्ग में सबसे आगे
आतंकवादी और उनके आका हमें उकसाते हैं तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा : मुख्तार अब्बास नकवी
दिमाग को कमजोर बनाती हैं ये 5 आदतें, तुरंत छोड़ दें!
अभी अभीः पाकिस्तान ने अपने मुंह पर खुद पोती कालिख, राफेल गिराना, पायलट पकडना था झूठ….
खाने में ये चीजें सबसे ज्यादा पसंद करते हैं पीएम मोदी, जब भी मिलता है मौका जरूर करते हैं ट्राई