पटना: कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद प्रमोद तिवारी ने चुनाव आयोग (ECI) से अपील की है कि बिहार विधानसभा चुनाव की अंतिम मतदाता सूची में कोई भी योग्य मतदाता छूटना नहीं चाहिए। तिवारी ने बीजेपी (BJP) पर पिछले चुनावों में मतदाता सूचियों में हेरफेर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि इस बार सभी वैध मतदाताओं के नाम सूची में हों। यह अपील बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पूरी होने के बाद आई है। अब संशोधित मतदाता सूची मंगलवार को जारी होने वाली है। तिवारी ने चेतावनी दी है कि वे सूची की बारीकी से जांच करेंगे और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करेंगे।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि वे मतदाता सूची जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। तिवारी ने जोर देकर कहा कि बिहार के हर नागरिक का नाम सूची में होना चाहिए, वह नागरिक जो वोट देने के योग्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भी ऐसा हो चुका है। हरियाणा, महाराष्ट्र और संसदीय चुनावों में भी ऐसा हुआ था। वैध मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए थे।
बीजेपी के निर्देश पर 65 लाख वोटरों के नाम हटाए गए थे
प्रमोद तिवारी ने सीधे तौर पर बीजेपी पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैं बस मतदाता सूची जारी होने का इंतजार कर रहा हूं। इसमें थोड़ा समय लगेगा, और लोग इसकी जांच करेंगे। मतदाता सूची यह सुनिश्चित करे कि बिहार का हर नागरिक जो मतदान करने के योग्य है, वह इसमें शामिल हो।” उन्होंने कहा, “बीजेपी के निर्देश पर 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए थे। ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। हर वैध, मान्यता प्राप्त मतदाता को अपना नाम सूची में मिलना चाहिए। बीजेपी ने हरियाणा, महाराष्ट्र और यहां तक कि संसदीय चुनावों के हालिया दौर में भी वास्तविक मतदाताओं को हटाकर और फर्जी मतदाताओं को जोड़कर जीत हासिल की है। हम इंतजार करेंगे, सूची की जांच करेंगे और फिर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।”
प्रमोद तिवारी की यह टिप्पणी बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पूरी होने के बाद आई है। इस प्रक्रिया के बाद मंगलवार को संशोधित मतदाता सूची सार्वजनिक की जाएगी। यह 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। निर्वाचन आयोग (ECI) ने बताया है कि यह सिर्फ एक सामान्य प्रक्रिया नहीं है। यह नागरिकों के लिए एक बड़ा अवसर है। वे यह जांच सकते हैं कि उनके नाम और बाकी जानकारी सही दर्ज हुई है या नहीं।
वोटर लिस्ट में अभी हो सकता है सुधार
चुनाव आयोग ने यह भी साफ किया है कि वर्तमान पुनरीक्षण चरण का अंतिम प्रकाशन हो रहा है। लेकिन मतदाता अभी भी सुधार कर सकते हैं। वे अपने दावे या आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। यह काम आधिकारिक चुनाव अधिसूचना जारी होने तक किया जा सकेगा। एसआईआर प्रक्रिया के दौरान लोगों को नाम शामिल करने, सुधार करने या आपत्ति दर्ज करने के लिए आवेदन करने की अनुमति मिली थी। सभी दर्ज आपत्तियों का निपटारा हो चुका है। अब अंतिम संशोधित सूची जनता के लिए जारी की जा रही है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि वे मतदाता सूची जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। तिवारी ने जोर देकर कहा कि बिहार के हर नागरिक का नाम सूची में होना चाहिए, वह नागरिक जो वोट देने के योग्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भी ऐसा हो चुका है। हरियाणा, महाराष्ट्र और संसदीय चुनावों में भी ऐसा हुआ था। वैध मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए थे।
बीजेपी के निर्देश पर 65 लाख वोटरों के नाम हटाए गए थे
प्रमोद तिवारी ने सीधे तौर पर बीजेपी पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैं बस मतदाता सूची जारी होने का इंतजार कर रहा हूं। इसमें थोड़ा समय लगेगा, और लोग इसकी जांच करेंगे। मतदाता सूची यह सुनिश्चित करे कि बिहार का हर नागरिक जो मतदान करने के योग्य है, वह इसमें शामिल हो।” उन्होंने कहा, “बीजेपी के निर्देश पर 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए गए थे। ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। हर वैध, मान्यता प्राप्त मतदाता को अपना नाम सूची में मिलना चाहिए। बीजेपी ने हरियाणा, महाराष्ट्र और यहां तक कि संसदीय चुनावों के हालिया दौर में भी वास्तविक मतदाताओं को हटाकर और फर्जी मतदाताओं को जोड़कर जीत हासिल की है। हम इंतजार करेंगे, सूची की जांच करेंगे और फिर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।”
प्रमोद तिवारी की यह टिप्पणी बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पूरी होने के बाद आई है। इस प्रक्रिया के बाद मंगलवार को संशोधित मतदाता सूची सार्वजनिक की जाएगी। यह 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। निर्वाचन आयोग (ECI) ने बताया है कि यह सिर्फ एक सामान्य प्रक्रिया नहीं है। यह नागरिकों के लिए एक बड़ा अवसर है। वे यह जांच सकते हैं कि उनके नाम और बाकी जानकारी सही दर्ज हुई है या नहीं।
वोटर लिस्ट में अभी हो सकता है सुधार
चुनाव आयोग ने यह भी साफ किया है कि वर्तमान पुनरीक्षण चरण का अंतिम प्रकाशन हो रहा है। लेकिन मतदाता अभी भी सुधार कर सकते हैं। वे अपने दावे या आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। यह काम आधिकारिक चुनाव अधिसूचना जारी होने तक किया जा सकेगा। एसआईआर प्रक्रिया के दौरान लोगों को नाम शामिल करने, सुधार करने या आपत्ति दर्ज करने के लिए आवेदन करने की अनुमति मिली थी। सभी दर्ज आपत्तियों का निपटारा हो चुका है। अब अंतिम संशोधित सूची जनता के लिए जारी की जा रही है।
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