बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मंगलवार शाम माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई। यह घटना तारलागुड़ क्षेत्र के अन्नाराम जंगलों में हुई। माओवादी गतिविधियों को रोकने के लिए वनांचल और अंतर्राज्यीय सीमा क्षेत्रों में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। सुरक्षा बलों ने सर्च अभियान के दौरान मुठभेड़ स्थल से 6 नक्सलियों के शव बरामद हुए थे। इसके साथ ही एक घायल माओवादी को जिंदा पकड़ा। उसे हिरासत में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उससे पूछताछ भी शुरू कर दी गई है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ से महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
अलग-अलग टीमें शामिल थींअभियान में शामिल सुरक्षा बलों में जिला पुलिस, डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और सीआरपीएफ की टीमें शामिल हैं। मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सर्चिंग तेज कर दी गई है। जंगलों में छिपे अन्य माओवादियों की तलाश जारी है। सुरक्षा बल सतर्क हैं और किसी भी संभावित जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह अभियान माओवादी गतिविधियों को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में एक और कदम है। पिछले कुछ महीनों में जिले में कई सफल ऑपरेशन हो चुके हैं, जिनमें हथियार, गोला-बारूद और माओवादी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
कई किलोमीटर तक सुनाई दी आवाज
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक गोलीबारी की आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी। डर के मारे कई लोग अपने घरों में बंद हो गए। प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।
अधिकारियों ने कहा
अभियान अभी पूरा नहीं हुआ है। जैसे ही सर्चिंग खत्म होगी, विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी। इसमें बरामद सामग्री, मुठभेड़ की पूरी जानकारी और पकड़े गए माओवादी की पहचान शामिल होगी। सुरक्षा बलों का कहना है कि ऐसे अभियान लगातार चलते रहेंगे ताकि इलाके को माओवाद मुक्त बनाया जा सके।
अलग-अलग टीमें शामिल थींअभियान में शामिल सुरक्षा बलों में जिला पुलिस, डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और सीआरपीएफ की टीमें शामिल हैं। मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सर्चिंग तेज कर दी गई है। जंगलों में छिपे अन्य माओवादियों की तलाश जारी है। सुरक्षा बल सतर्क हैं और किसी भी संभावित जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह अभियान माओवादी गतिविधियों को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में एक और कदम है। पिछले कुछ महीनों में जिले में कई सफल ऑपरेशन हो चुके हैं, जिनमें हथियार, गोला-बारूद और माओवादी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
कई किलोमीटर तक सुनाई दी आवाज
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक गोलीबारी की आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी। डर के मारे कई लोग अपने घरों में बंद हो गए। प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।
अधिकारियों ने कहा
अभियान अभी पूरा नहीं हुआ है। जैसे ही सर्चिंग खत्म होगी, विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी। इसमें बरामद सामग्री, मुठभेड़ की पूरी जानकारी और पकड़े गए माओवादी की पहचान शामिल होगी। सुरक्षा बलों का कहना है कि ऐसे अभियान लगातार चलते रहेंगे ताकि इलाके को माओवाद मुक्त बनाया जा सके।
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