हाजीपुर: बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। इसी माहौल में चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर के लिए एक नई कानूनी मुसीबत खड़ी हो गई है। उनकी जन सुराज पार्टी के संस्थापक पर आदर्श आचार संहिता तोड़ने का आरोप लगा है। ये मामला वैशाली जिले के राघोपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। ये कार्रवाई राघोपुर के अंचलाधिकारी दीपक कुमार की शिकायत पर की गई है। एफआईआर में प्रशांत किशोर के साथ-साथ जन सुराज के प्रखंड अध्यक्ष और कुछ अज्ञात कार्यकर्ताओं के नाम भी शामिल हैं।
तेजस्वी के गढ़ राघोपुर दौरे पर हुई कार्रवाईये पूरा मामला शनिवार को तब सामने आया जब प्रशांत किशोर एक काफिले के साथ राघोपुर पहुंचे थे। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र पटना से गंगा नदी के उस पार स्थित है और इसे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव का चुनावी गढ़ माना जाता है। अपने इस दौरे पर प्रशांत किशोर का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया था। इसी दौरान, आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के चलते उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।
ग्रामीणों से संवाद में विधायक की शिकायतअपने राघोपुर दौरे के दौरान, प्रशांत किशोर ने कई ग्रामीणों से सीधे मुलाकात की। ग्रामीणों ने उन्हें शिक्षा, सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी की शिकायतें बताईं। प्रशांत किशोर ने लोगों से पूछा, 'आपका विधायक दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुका है। क्या कभी उसने आपकी समस्याएं सुनीं?' इसके जवाब में कई ग्रामीणों ने शिकायत की कि वे अपने विधायक तेजस्वी यादव से मिल भी नहीं पाते हैं।
चुनावी रणनीतियों पर कानूनी मोड़विधानसभा चुनावों से ठीक पहले प्रशांत किशोर पर दर्ज हुआ यह केस उनकी राजनीतिक यात्रा में एक नया कानूनी मोड़ ले आया है। इस एफआईआर के बाद, जन सुराज पार्टी की आगे की रणनीति और प्रशांत किशोर का कानूनी पक्ष क्या होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
तेजस्वी के गढ़ राघोपुर दौरे पर हुई कार्रवाईये पूरा मामला शनिवार को तब सामने आया जब प्रशांत किशोर एक काफिले के साथ राघोपुर पहुंचे थे। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र पटना से गंगा नदी के उस पार स्थित है और इसे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव का चुनावी गढ़ माना जाता है। अपने इस दौरे पर प्रशांत किशोर का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया था। इसी दौरान, आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के चलते उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।
ग्रामीणों से संवाद में विधायक की शिकायतअपने राघोपुर दौरे के दौरान, प्रशांत किशोर ने कई ग्रामीणों से सीधे मुलाकात की। ग्रामीणों ने उन्हें शिक्षा, सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी की शिकायतें बताईं। प्रशांत किशोर ने लोगों से पूछा, 'आपका विधायक दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुका है। क्या कभी उसने आपकी समस्याएं सुनीं?' इसके जवाब में कई ग्रामीणों ने शिकायत की कि वे अपने विधायक तेजस्वी यादव से मिल भी नहीं पाते हैं।
चुनावी रणनीतियों पर कानूनी मोड़विधानसभा चुनावों से ठीक पहले प्रशांत किशोर पर दर्ज हुआ यह केस उनकी राजनीतिक यात्रा में एक नया कानूनी मोड़ ले आया है। इस एफआईआर के बाद, जन सुराज पार्टी की आगे की रणनीति और प्रशांत किशोर का कानूनी पक्ष क्या होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
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