भुवनेश्वर : ओडिशा सरकार ने ग्राहम स्टेन्स हत्याकांड के दोषी रवींद्र कुमार पाल उर्फ दारा सिंह की सजा माफ़ करने का फ़ैसला टाल दिया है। दारा सिंह अभी क्योंझर जेल में बंद है। ओडिशा राज्य सज़ा समीक्षा बोर्ड (SSRB) ने शुक्रवार को विभिन्न अपराधों में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे लगभग 100 कैदियों की रिहाई की समीक्षा की और उनमें से कुछ की रिहाई की सिफ़ारिश की। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि दारा सिंह का मामला अभी तक कोई फ़ैसला न होने के कारण स्थगित कर दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट को दारा सिंह की सजा माफ़ी याचिका पर सुनवाई कर रहा है। ओडिसा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य इस पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है। आजीवन कारावास की सज़ा काट रहा दारा पहले ही 25 साल से ज़्यादा जेल में बिता चुका है और अपनी सज़ा माफ़ी पाने का हक़दार है।
सुप्रीम कोर्ट में ओडिशा ने किया यह दावा11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में दारा की रिट याचिका (आपराधिक) पर अंतिम सुनवाई हुई थी। ओडिशा की ओर से उपस्थित सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बेंच से प्रार्थना की थी कि मामले को अक्टूबर के पहले सप्ताह में सूचीबद्ध किया जाए क्योंकि सजा समीक्षा समिति सितंबर में अपनी बैठक करेगी।
अगले महीने सुनवाईसुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 6 अक्टूबर को निर्धारित है। 19 मार्च को, राज्य सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किया कि सरकार इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर रही है और जल्द ही सजा माफ करने के बारे में निर्णय लेगी।
क्या है ग्राहम स्टेन्स हत्याकांड22 जनवरी, 1999 की रात को, ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी ग्राहम स्टेन्स और उनके दो छोटे बेटे, फिलिप (10) और टिमोथी (6) की हत्या कर दी गई थी, जब एक भीड़ ने उनके स्टेशन वैगन में आग लगा दी थी। वे क्योंझर जिले के मनोहरपुर गांव में एक चर्च के बाहर सो रहे थे।
घटना के बाद, सीबीआई ने दारा सिंह को क्योंझर की सीमा से लगे मयूरभंज जिले के एक जंगली इलाके से गिरफ्तार किया था। निचली अदालत ने 15 सितंबर, 2003 को उन्हें और 12 अन्य को दोषी ठहराया था। हालांकि, 19 मई, 2005 को दिए गए एक बाद के फैसले में, उड़ीसा हाई कोर्ट ने दारा सिंह और महेंद्र हेम्ब्रम को छोड़कर सभी को बरी कर दिया। राज्य सरकार ने इस साल अप्रैल में हेम्ब्रम की सजा माफ कर दी थी।
सुप्रीम कोर्ट को दारा सिंह की सजा माफ़ी याचिका पर सुनवाई कर रहा है। ओडिसा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य इस पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है। आजीवन कारावास की सज़ा काट रहा दारा पहले ही 25 साल से ज़्यादा जेल में बिता चुका है और अपनी सज़ा माफ़ी पाने का हक़दार है।
सुप्रीम कोर्ट में ओडिशा ने किया यह दावा11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में दारा की रिट याचिका (आपराधिक) पर अंतिम सुनवाई हुई थी। ओडिशा की ओर से उपस्थित सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बेंच से प्रार्थना की थी कि मामले को अक्टूबर के पहले सप्ताह में सूचीबद्ध किया जाए क्योंकि सजा समीक्षा समिति सितंबर में अपनी बैठक करेगी।
अगले महीने सुनवाईसुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 6 अक्टूबर को निर्धारित है। 19 मार्च को, राज्य सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किया कि सरकार इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर रही है और जल्द ही सजा माफ करने के बारे में निर्णय लेगी।
क्या है ग्राहम स्टेन्स हत्याकांड22 जनवरी, 1999 की रात को, ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी ग्राहम स्टेन्स और उनके दो छोटे बेटे, फिलिप (10) और टिमोथी (6) की हत्या कर दी गई थी, जब एक भीड़ ने उनके स्टेशन वैगन में आग लगा दी थी। वे क्योंझर जिले के मनोहरपुर गांव में एक चर्च के बाहर सो रहे थे।
घटना के बाद, सीबीआई ने दारा सिंह को क्योंझर की सीमा से लगे मयूरभंज जिले के एक जंगली इलाके से गिरफ्तार किया था। निचली अदालत ने 15 सितंबर, 2003 को उन्हें और 12 अन्य को दोषी ठहराया था। हालांकि, 19 मई, 2005 को दिए गए एक बाद के फैसले में, उड़ीसा हाई कोर्ट ने दारा सिंह और महेंद्र हेम्ब्रम को छोड़कर सभी को बरी कर दिया। राज्य सरकार ने इस साल अप्रैल में हेम्ब्रम की सजा माफ कर दी थी।
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