चीन के वैज्ञानिकों ने एक नया एनालॉग चिप बनाया है, जो बहुत तेजी से काम करता है और कम बिजली खर्च करता है। यह चिप मैथ्स प्रॉबलम को हल करने और AI के लिए उपयोगी है। पेकिंग यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स द्वारा बनाई गई चिप बाकी डिजिटल प्रोसेसर से 1000 गुना तेज गणना कर सकती है। एनविडिया H100 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) से भी यह चिप तेज है। यह चिप कम बिजली इस्तेमाल करती है, जिससे AI सिस्टम्स को चलाने का खर्च और ऊर्जा की खपत कम हो सकती है। यह बड़े डेटा सेंटर्स के लिए फायदेमंद है।
एनालॉग और डिजिटल में अंतर डिजिटल कंप्यूटिंग में जानकारी को 0 और 1 के रूप में स्टोर और प्रोसेस किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटिंग में जानकारी को लगातार बदलते डिमर स्विच के जरिए प्रोसेस किया जाता है। इस चिप में रेसिस्टिव मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल हुआ है।
100 गुना कम बिजली खर्चरिसर्चर्स का कहना है कि यह एनालॉग चिप डिजिटल प्रोसेसर की तुलना में 100 गुना कम बिजली खर्च करती है और 1,000 गुना ज्यादा तेजी से काम करती है। यह चिप रेसिस्टिव मटेरियल से बने मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल करती है। यह हार्ड मैथ्स प्रॉब्लम को तेजी से हल कर सकती है, जैसे कि मैट्रिक्स इकवेशन, जो मौसम की भविष्यवाणी और AI के लिए जरूरी हैं।
बिना तार वाले कम्यूनिकेशन सिग्नल्सइस चिप का इस्तेमाल बिना तार वाले कम्यूनिकेशन सिग्नल्स को पकड़ने में भी किया गया। रिसर्चर्स ने पाया कि इसकी परफॉर्मेंस डिजिटल प्रोसेसर के बराबर है। यह तकनीक खासतौर पर उन क्षेत्रों में उपयोगी है, जहां बहुत सारा डेटा प्रोसेस करना पड़ता है। यह खासकर वैज्ञानिक गणनाएं, सिग्नल प्रोसेसिंग और न्यूरल नेटवर्क को ट्रेन करता है।
भविष्य में ऐसे काम आ सकती है तकनीकशोधकर्ताओं का कहना है कि इस चिप का प्रदर्शन पहले ही टॉप लेवल के जीपीयू से बेहतर है। खासकर मीडियम आकार के मैट्रिक्स इकवेशन को हल करने में यह माहिर है। अगर इसमें और सुधार किए गए, तो यह और भी तेज और प्रभावी हो सकती है। यह तकनीक डिजिटल सिस्टम की तुलना में कम बिजली और कम टाइम में जटिल गणनाओं को हल कर सकती है, जो भविष्य में AI और साइंटफिक रिसर्च के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकती है।
एनालॉग और डिजिटल में अंतर डिजिटल कंप्यूटिंग में जानकारी को 0 और 1 के रूप में स्टोर और प्रोसेस किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटिंग में जानकारी को लगातार बदलते डिमर स्विच के जरिए प्रोसेस किया जाता है। इस चिप में रेसिस्टिव मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल हुआ है।
100 गुना कम बिजली खर्चरिसर्चर्स का कहना है कि यह एनालॉग चिप डिजिटल प्रोसेसर की तुलना में 100 गुना कम बिजली खर्च करती है और 1,000 गुना ज्यादा तेजी से काम करती है। यह चिप रेसिस्टिव मटेरियल से बने मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल करती है। यह हार्ड मैथ्स प्रॉब्लम को तेजी से हल कर सकती है, जैसे कि मैट्रिक्स इकवेशन, जो मौसम की भविष्यवाणी और AI के लिए जरूरी हैं।
बिना तार वाले कम्यूनिकेशन सिग्नल्सइस चिप का इस्तेमाल बिना तार वाले कम्यूनिकेशन सिग्नल्स को पकड़ने में भी किया गया। रिसर्चर्स ने पाया कि इसकी परफॉर्मेंस डिजिटल प्रोसेसर के बराबर है। यह तकनीक खासतौर पर उन क्षेत्रों में उपयोगी है, जहां बहुत सारा डेटा प्रोसेस करना पड़ता है। यह खासकर वैज्ञानिक गणनाएं, सिग्नल प्रोसेसिंग और न्यूरल नेटवर्क को ट्रेन करता है।
भविष्य में ऐसे काम आ सकती है तकनीकशोधकर्ताओं का कहना है कि इस चिप का प्रदर्शन पहले ही टॉप लेवल के जीपीयू से बेहतर है। खासकर मीडियम आकार के मैट्रिक्स इकवेशन को हल करने में यह माहिर है। अगर इसमें और सुधार किए गए, तो यह और भी तेज और प्रभावी हो सकती है। यह तकनीक डिजिटल सिस्टम की तुलना में कम बिजली और कम टाइम में जटिल गणनाओं को हल कर सकती है, जो भविष्य में AI और साइंटफिक रिसर्च के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकती है।
You may also like
शाहपुर विधानसभा सीट : 'धान का कटोरा' जहां रोमांचक होगा सियासी मुकाबला, राजद बनाम भाजपा आमने-सामने
छठ पूजा पर वाराणसी कैंट स्टेशन से गुजरेंगी 25 स्पेशल ट्रेनें, यात्रियों के लिए खास इंतजाम
8वीं वेतन आयोग: PM सीधे 15% सैलरी बढ़ोतरी का बम फोड़ा? कर्मचारियों का इंतजार खत्म!
'मेरा संस्कार गुप्त किया जाए', अन्नू कपूर ने दिवंगत असरानी जैसे अंतिम विदाई की जताई इच्छा, कहा- बोझ नहीं बनना
ट्रंप सरकार ने किए 4 बड़े बदलाव, अमेरिका में F-1 वीजा पर पढ़ रहे हर छात्र के लिए इन्हें जानना जरूरी