मनीष सिंह, ग्रेटर नोएडा: देश की राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के डाढ़ा गांव का होनहार बेटा नीतीश भाटी कमर्शियल पायलट बन गया है। 23 वर्षीय नीतीश ने न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है। 200 घंटे की फ्लाइट ट्रेनिंग पूरी कर लेने के बाद उन्हें अब औपचारिक रूप से कमर्शियल पायलट का दर्जा प्राप्त हो गया है। वह एक किसान परिवार से ताल्लुख रखते हैं। उनके पिता रामवीर भाटी एक किसान हैं। उन्होंने बेटे की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है। उसने हमारे सपनों को पंख दे दिए हैं। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
भावुक होते हुए नीतीश भाटी ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत के दौरान बताया कि मेरे दादाजी का सपना था कि उनका पोता एक दिन पायलट बने, मैंने अपने दादाजी का सपना आज पूरा कर दिया। आज मेरे दादाजी होते तो कितना खुश होते। यह मेरी ज़िंदगी का सबसे खास पल है। उन्होंने अपने बारे में बताया कि उन्होंने 12वीं पीसीएम से पास की है और अब ग्रेजुएशन करने के लिए कॉलेज में एडमिशन लूंगा। उन्होंने बताया कि उनका मेन मोटिव था कि आगे की पढ़ाई शुरू करने से पहले मैं अपना ट्रेनिंग पूरी कर लूं, जिससे समय बर्बाद न हो।
कर्नाटक के बेलगावी एयरपोर्ट से ट्रेनिंग ली
उन्होंने ट्रेनिंग के बारे में बताया कि कर्नाटक के बेलगावी एयरपोर्ट से ट्रेनिंग ली है। उन्होंने करीब एक से डेढ़ साल में अपनी ट्रेनिंग पूरी की। अगर मौसम खराब हुआ तो इससे भी अधिक समय लग सकता है। ट्रेनिंग पूरी करने के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं होती है। कमर्शियल पायलट बनने के लिए 200 घंटे की फ्लाइट ट्रेनिंग करनी अनिवार्य होती है। इसके बाद ही इसका लाइसेंस मिलता है। ये ट्रेनिंग के दौरान ही पूरा करना होता है, जो डीजीसीए की रिक्वायरमेंट होती है। उन्होंने बताया कि ज्वाइनिंग मई 2023 में की थी और फ्लाइंग अगस्त से शुरू हुई थी।
परिवार में खुशी का माहौल
नीतीश ने आगे बताया कि उनके परिवार में माता-पिता समेत चार भाई-बहन हैं। दो भाई और दो बहन हैं। पिता किसान हैं और माता जी गृहिणी हैं। बड़ी बहन प्रिया भाटी ने ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी से हाल ही में बीकॉम पास कर बैंक में जॉब के लिए अप्लाई कर रही है। छोटा भाई आशीष भाटी ने भी हाल ही में ग्रेनो के एक स्कूल से 12वीं पास की है और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। नीतीश ने बताया कि मुझसे छोटी बहन इशू भाटी ने भी 12वीं पास कर अब सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) का कोर्स कर रही है। आखिर में उन्होंने अपने परिवार का धन्यवाद दिया और अपने गुरु का जिन्होंने इस ट्रेनिंग को सिखाया उनका आभार व्यक्त किया। नीतीश की इस सफलता ने क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा की मिसाल कायम की है। ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने मिठाइयां बांटकर खुशी व्यक्त की है। उधर, सोशल मीडिया पर भी नीतीश को बधाइयों का तांता लगा हुआ है।
भावुक होते हुए नीतीश भाटी ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत के दौरान बताया कि मेरे दादाजी का सपना था कि उनका पोता एक दिन पायलट बने, मैंने अपने दादाजी का सपना आज पूरा कर दिया। आज मेरे दादाजी होते तो कितना खुश होते। यह मेरी ज़िंदगी का सबसे खास पल है। उन्होंने अपने बारे में बताया कि उन्होंने 12वीं पीसीएम से पास की है और अब ग्रेजुएशन करने के लिए कॉलेज में एडमिशन लूंगा। उन्होंने बताया कि उनका मेन मोटिव था कि आगे की पढ़ाई शुरू करने से पहले मैं अपना ट्रेनिंग पूरी कर लूं, जिससे समय बर्बाद न हो।
कर्नाटक के बेलगावी एयरपोर्ट से ट्रेनिंग ली
उन्होंने ट्रेनिंग के बारे में बताया कि कर्नाटक के बेलगावी एयरपोर्ट से ट्रेनिंग ली है। उन्होंने करीब एक से डेढ़ साल में अपनी ट्रेनिंग पूरी की। अगर मौसम खराब हुआ तो इससे भी अधिक समय लग सकता है। ट्रेनिंग पूरी करने के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं होती है। कमर्शियल पायलट बनने के लिए 200 घंटे की फ्लाइट ट्रेनिंग करनी अनिवार्य होती है। इसके बाद ही इसका लाइसेंस मिलता है। ये ट्रेनिंग के दौरान ही पूरा करना होता है, जो डीजीसीए की रिक्वायरमेंट होती है। उन्होंने बताया कि ज्वाइनिंग मई 2023 में की थी और फ्लाइंग अगस्त से शुरू हुई थी।
परिवार में खुशी का माहौल
नीतीश ने आगे बताया कि उनके परिवार में माता-पिता समेत चार भाई-बहन हैं। दो भाई और दो बहन हैं। पिता किसान हैं और माता जी गृहिणी हैं। बड़ी बहन प्रिया भाटी ने ग्रेटर नोएडा के गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी से हाल ही में बीकॉम पास कर बैंक में जॉब के लिए अप्लाई कर रही है। छोटा भाई आशीष भाटी ने भी हाल ही में ग्रेनो के एक स्कूल से 12वीं पास की है और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। नीतीश ने बताया कि मुझसे छोटी बहन इशू भाटी ने भी 12वीं पास कर अब सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) का कोर्स कर रही है। आखिर में उन्होंने अपने परिवार का धन्यवाद दिया और अपने गुरु का जिन्होंने इस ट्रेनिंग को सिखाया उनका आभार व्यक्त किया। नीतीश की इस सफलता ने क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा की मिसाल कायम की है। ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने मिठाइयां बांटकर खुशी व्यक्त की है। उधर, सोशल मीडिया पर भी नीतीश को बधाइयों का तांता लगा हुआ है।
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