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JEE Mains 2026 Exam Date Out: 21 जनवरी से शुरू होंगे जेईई मेन्स फेज-I के एग्जाम, जानिए कब भरे जाएंगे फॉर्म

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JEE Mains 2026 Registration and Exam Dates: इंजीनियरिंग कोर्सेज में एडमिशन के लिए होने जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE Mains) 2026 की डेट्स तय हो गई है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने तय किया है कि इंजीनियरिंग की पहले चरण की परीक्षा 21-30 जनवरी 2026 के बीच होगी। वहीं दूसरे चरण की परीक्षा के लिए 1-10 अप्रैल की डेट्स तय की गई हैं। हालांकि अभी आवेदन प्रक्रिया का शेड्यूल आना बाकी है।

दिवाली के बाद शुरू होंगे जेईई मेन्स फेज-I के रजिस्ट्रेशनसूत्रों का कहना है कि जेईई मेन्सपहले चरण की परीक्षा के लिए 25 अक्टूबर के आसपास ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जबकि दूसरे चरण की परीक्षा के लिए जनवरी 2026 के आखिर में आवेदन शुरू होगा। एनटीए इस बार छात्रों को समय- समय पर जानकारी मुहैया करवा रहा है ताकि छात्र ऑनलाइन आवेदन से पहले अपनी तैयारी कर सकें।

क्वेश्चन पेपर सेटिंग फॉर्मूले की समीक्षा कीबीई- बीटेक कोर्सेंज में मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री की परीक्षा होती है और दो सेक्शन होंगे। एनटीए के एग्जाम में पिछले दो वर्षों से छात्रों को कई तरह की समस्याएं हो रही हैं, जिसे देखते हुए इस बार एनटीए जेईई एग्जाम की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही कई एडवाइजरी जारी कर रहा है। क्वेश्चन पेपर सेटिंग के भी फॉर्मूले की समीक्षा की गई है। देखना होगा कि एनटीए के ये सब प्रयास छात्रों की परेशानी को कम करने में कितने कारगर साबित होते हैं।

CBT मोड में होगा एग्जाम, एग्जाम सिटीज की संख्या में बढ़ोतरीNTA ने एक पब्लिक नोटिस जारी परीक्षा की तारीखों का शेड्यूल दिया है। जेईई मेन दोनों चरण की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट यानी CBT मोड में होगी। जेईई मेन में 12 से 15 लाख तक छात्र आवेदन करते हैं। एनटीए के अधिकारियों का कहना है कि एजेंसी के विभिन्न एग्जाम में आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है।

इस बार भी संख्या बढ़ेगी, जिसको देखते हुए एनटीए ने एग्जाम के लिए ज्यादा शहरों का चयन करने का फैसला किया है। ज्यादा शहरों में एग्जाम होने से सेंटरों की संख्या भी बढ़ेगी और इससे छात्रों को अपने घर से ज्यादा दूर सेंटर पर नहीं जाना होगा। एनटीए दिव्यांगों को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में भी काम कर रहा है, दिव्यांगों के एग्जाम सेंटर उनके घर के पास ही हों, इसको देखते हुए सेंटर अलॉट किए जाएंगे।

आधार कार्ड और दसवीं के सर्टिफिकेट में जानकारी में अंतर न होएनटीए ने एक और एडवाइजरी में छात्रों को कहा है कि ऑनलाइन आवेदन में किसी भी तरह की समस्या से बचने के लिए अपने डॉक्युमेंट को अच्छी तरह से चेक कर लें। आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए नाम, जन्म तिथि, फोटोग्राफ जैसी जानकारी का उपयोग करके सत्यापित किया जाता है। यह UIDAI के केंद्रीय पहचान डेटा रिपॉजिटरी (CIDR) के माध्यम से होता है। चूंकि आधार कार्ड में पैरंट्स का नाम नहीं होता है और यह जानकारी ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में फिल करनी होती है।

10वीं के सर्टिफिकेट और आधार कार्ड में कोई मिसमैच नहीं हो। अगर आधार कार्ड को अपडेट करने की जरूरत है तो उसे जरूर अपडेट करवा लें। आधार कार्ड में अगर नाम ठीक करवाना है, क्लास 10 के सर्टिफिकेट के हिसाब से जन्मतिथि होनी चाहिए। आधार कार्ड में लेटेस्ट फोटोग्राफ होनी चाहिए, घर के पते को भी जांच लें। यदि आप अपने आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग ठीक करवाना चाहते हैं तो आप उसे भी ठीक करवा लें।

देखा जाता है कि हर साल छात्रों को आवेदन के समय इसी तरह की दिक्कतें होती हैं क्योंकि उनका आधार कार्ड अपडेट नहीं होता है। एनटीए ने कहा है कि Unique Disability ID Card (UDID) वैलिड, अपडेटेड होना चाहिए। इसके अलावा कैटिगरी सर्टिफिकेट- ईडब्ल्यूएस, एससी, एसटी, ओबीसी- एनसीएल भी अपडेटेड और वैलिड होने चाहिए।
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