दिल्ली में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को मजबूत करने के मकसद से दिल्ली सरकार 'स्टार्टअप यूथ फेस्टिवल' शुरू कर रही है। ये 2026 में लॉन्च होगा और हर साल कराया जाएगा। 12 जनवरी को होने जा रहे इस फेस्टिवल के लिए 100 टॉप स्टूडेंट स्टार्टअप्स को चुना जाएगा। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि राजधानी की 11 यूनिवर्सिटी और 17 आईटीआई को जोड़ते हुए स्टूडेंट्स के कई इनोवेटिव आइडियाज को दिल्ली सरकार मंच देगी। चुने गए स्टार्टअप्स को सरकारी सीड फंड, कॉर्पोरेट निवेश और मेंटॉरशिप की मदद दी जाएगी।
क्लास से कैपिटल तकशिक्षा मंत्री आशीष सूद का कहना है, 'स्टार्टअप यूथ फेस्टिवल' ना सिर्फ स्टूडेंट्स आंत्रप्रेन्योरशिप का फेस्ट बनेगा, बल्कि दिल्ली को भारत की स्टूडेंट इनोवेशन कैपिटल बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। कई स्टूडेंट्स पहले से ही छोटे-छोटे स्टार्टअप चला रहे हैं, लेकिन संसाधनों और पहचान की कमी के कारण वे सीमित दायरे में रह जाते हैं। हमने तय किया है कि हम इन्हें साझा मंच देंगे ताकि इनके आइडिया को सीधे निवेशकों, मेंटर्स और पॉलिसी मेकर्स से जोड़ा जा सके।'
विनर्स को क्या मिलेगा?विजेताओं को डीटीयू, एनएसयूटी, डीएसईयू जैसे तकनीकी संस्थानों के इनक्यूबेटर्स से भी जोड़ा जाएगा। फेस्ट के बाद ‘स्टार्टअप प्रोग्रेस डैशबोर्ड’ के जरिए हर तीन महीने में स्टार्टअप्स को ट्रैक किया जाएगा। सरकार ‘दिल्ली यूथ इनोवेशन नेटवर्क’ भी बनाएगी, जो सभी यूनिवर्सिटी और ITI को एक इनोवेशन मंच से जोड़ेगा। सरकार का मानना है कि इस पहल के जरिए ना सिर्फ 15–20 स्टार्टअप्स को फंडिंग और इनक्यूबेशन का अवसर मिलेगा, बल्कि 5000 से ज्यादा स्टूडेंट्स इससे जुड़ेंगे।
कैंपस स्टार्टअप हंट
दिल्ली में है स्टार्टअप के लिए इकोसिस्टमदिल्ली के कई इंस्टिट्यूट से निकले स्टूडेंट्स देश-विदेश में कई स्टार्टअप्स चला रहे हैं, खासतौर 20 से ज्यादा यूनिकॉर्न फाउंडर्स (1 बिलियन डॉलर और इससे ज्यादा वैल्यूएशन) आईआईटी दिल्ली से हैं। बड़ी वजह है कि दिल्ली में स्टार्टअप कल्चर को बूम देने वाला हार्डवेयर, इनवेस्टर्स, मैन्युफैक्चर्स का इकोसिस्टम है। यहां मल्टिनेशनल कंपनियां काफी हैं। नोएडा, गुड़गांव समेत नॉर्थ इंडिया से मैन्युफैक्चरिंग की सुविधाएं मिल जाती हैं, कई कंपनियां टेक्नलॉजी की सुविधा भी देती हैं और इन्वेस्टर्स हब भी मजबूत है।
दिल्ली सरकार के इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट- DTU, NSUT, IGDTUW, IITD, DSEU समेत आईटीआई में भी कई स्टूडेंट्स स्टार्टअप्स पर काम कर रहे हैं, जिन्हें जरूरत है मेंटरशिप और निवेश की। 'स्टार्टअप युवा फेस्टिवल' आइडिया को बिजनेस में बदलने, इंडस्ट्री से जोड़ने और स्टार्टअप खड़ा करने के लिए बड़ी मदद दे सकता है।
क्लास से कैपिटल तकशिक्षा मंत्री आशीष सूद का कहना है, 'स्टार्टअप यूथ फेस्टिवल' ना सिर्फ स्टूडेंट्स आंत्रप्रेन्योरशिप का फेस्ट बनेगा, बल्कि दिल्ली को भारत की स्टूडेंट इनोवेशन कैपिटल बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। कई स्टूडेंट्स पहले से ही छोटे-छोटे स्टार्टअप चला रहे हैं, लेकिन संसाधनों और पहचान की कमी के कारण वे सीमित दायरे में रह जाते हैं। हमने तय किया है कि हम इन्हें साझा मंच देंगे ताकि इनके आइडिया को सीधे निवेशकों, मेंटर्स और पॉलिसी मेकर्स से जोड़ा जा सके।'
विनर्स को क्या मिलेगा?विजेताओं को डीटीयू, एनएसयूटी, डीएसईयू जैसे तकनीकी संस्थानों के इनक्यूबेटर्स से भी जोड़ा जाएगा। फेस्ट के बाद ‘स्टार्टअप प्रोग्रेस डैशबोर्ड’ के जरिए हर तीन महीने में स्टार्टअप्स को ट्रैक किया जाएगा। सरकार ‘दिल्ली यूथ इनोवेशन नेटवर्क’ भी बनाएगी, जो सभी यूनिवर्सिटी और ITI को एक इनोवेशन मंच से जोड़ेगा। सरकार का मानना है कि इस पहल के जरिए ना सिर्फ 15–20 स्टार्टअप्स को फंडिंग और इनक्यूबेशन का अवसर मिलेगा, बल्कि 5000 से ज्यादा स्टूडेंट्स इससे जुड़ेंगे।
कैंपस स्टार्टअप हंट
5 थीम... और फेस्ट में क्या होगा?
- इस पहल के साथ शिक्षा विभाग तीन M फॉर्म्यूले- मनी, माकेर्ट और मेंटरशिप पर फोकस करेगा। राष्ट्रीय युवा दिवस यानी 12 जनवरी 2026 को इस फेस्ट को भारत मंडपम या त्यागराज स्टेडियम में रखा जाएगा।
- स्टार्टअप एक्सपो: फेस्ट में इस एक्सपो में टेक्नलॉजी, सस्टेनिबिलिटी, हेल्थकेयर, एजुकेशन और वुमन आंत्रप्रेन्योरशिप में 100 टॉप स्टूडेंट स्टार्टअप प्रदर्शित किए जाएंगे।
- पिच एरीना: दिल्ली का अपना 'शार्क टैंक', जहां स्टूडेंट्स अपने स्टार्टअप नामी निवेशकों और आंत्रप्रेन्योर्स जैसे निखिल कामत, पीयूष बंसल, अनुपम मित्तल, गजल अलाघ के सामने पिच करेंगे।
- फेस्ट मे 'पॉलिसी और लीडरशिप राउंडटेबल' में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, मंत्री आशीष सूद, वरिष्ठ शिक्षाविद हिस्सा लेंगे। 'पॉलिसी कैफे' सेशन में मंत्री, सचिव और स्टूडेंट्स आपसी संवाद करेंगे, ताकि नीति निर्माण में उनकी आवाज सुनी जा सके। 'नारी नेतृत्व मंडप' भी होगा जो महिला उद्यमियों और उनके आइडिया के नाम होगा।
दिल्ली में है स्टार्टअप के लिए इकोसिस्टमदिल्ली के कई इंस्टिट्यूट से निकले स्टूडेंट्स देश-विदेश में कई स्टार्टअप्स चला रहे हैं, खासतौर 20 से ज्यादा यूनिकॉर्न फाउंडर्स (1 बिलियन डॉलर और इससे ज्यादा वैल्यूएशन) आईआईटी दिल्ली से हैं। बड़ी वजह है कि दिल्ली में स्टार्टअप कल्चर को बूम देने वाला हार्डवेयर, इनवेस्टर्स, मैन्युफैक्चर्स का इकोसिस्टम है। यहां मल्टिनेशनल कंपनियां काफी हैं। नोएडा, गुड़गांव समेत नॉर्थ इंडिया से मैन्युफैक्चरिंग की सुविधाएं मिल जाती हैं, कई कंपनियां टेक्नलॉजी की सुविधा भी देती हैं और इन्वेस्टर्स हब भी मजबूत है।
दिल्ली सरकार के इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट- DTU, NSUT, IGDTUW, IITD, DSEU समेत आईटीआई में भी कई स्टूडेंट्स स्टार्टअप्स पर काम कर रहे हैं, जिन्हें जरूरत है मेंटरशिप और निवेश की। 'स्टार्टअप युवा फेस्टिवल' आइडिया को बिजनेस में बदलने, इंडस्ट्री से जोड़ने और स्टार्टअप खड़ा करने के लिए बड़ी मदद दे सकता है।
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