सर्दियां दस्तक देने वाली हैं। ठंड का मौसम आम लोगों के साथ-साथ गाड़ियों के लिए भी मुश्किल भरा होता है। आपने देखा होगा सर्दी के मौसम में कई बार गाड़ियों के स्टार्ट होने में दिक्कत आती है, खासकर सुबह के समय। कई बार सेल्फ देने के बाद गाड़ी देर से स्टार्ट होती है और यह आम समस्या बन जाती है। सर्दी की वजह से कार के इंजन को स्टार्ट होने में मुश्किल आ सकती है। अगर आप चाहते हैं कि सुबह-सुबह आपकी गाड़ी स्टार्ट होने में दिक्कत न करे, तो सर्दी शुरू होने से पहले ही कुछ जरूरी काम निपटा लें। आइए आपको इनके बारे में बताते हैं। थोड़ी सी तैयारी आपको बेवजह की परेशानी और रिपेयरिंग के खर्च से बचा सकती है।
1. बैटरी की जांच करेंसर्दियों में गाड़ी स्टार्ट न होने का सबसे बड़ा कारण कमजोर बैटरी होती है। इसलिए बैटरी की जांच करना जरूरी हो जाता है। देखें की बैटरी के टर्मिन्लस में जंग तो नहीं लगा है। साथ ही टर्मिनल्स को गरम पानी से साफ करें। अगर कार की बैटरी काफी पुरानी हो गई है तो उसे समय से चेंज करवा लें, ताकि सर्दियों के दौरान आपको ज्यादा परेशानी न हो।
2. कूलेंट लेवल चेक करें कूलेंट सिर्फ इंजन को गरम होने से नहीं बचाता, बल्कि ठंड में उसे जमने से भी रोकता है। सुनिश्चित करें कि कूलेंट का लेवल और मिक्सचर सही हो। कूलेंट न होने पर रेडिएटर में पानी जम सकता है, जिससे इंजन को नुकसान हो सकता है। साथ ही रेडिएटर और कूलेंट पाइप्स में किसी भी तरह के लीकेज को देखें।
3. इंजन ऑयल बदलें आपने अगर लंबे समय से गाड़ी की सर्विस नहीं कराई है या इंजन ऑयल नहीं बदला है तो अब उसे बदलवा लें। समय के साथ इंजन ऑयल गाढ़ा (Thick) हो जाता है और ठंड में गाढ़ा इंजन ऑयल इंजन के हिस्सों तक पहुंचने में ज्यादा समय लेता है, जिससे स्टार्ट होने में दिक्कत आती है। साथ ही इससे गाड़ी की परफॉर्मेंस भी प्रभावित होती है।
4. टायरों को चेक करें ठंड के कारण टायरों का हवा का दबाव (Pressure) कम हो सकता है। इसलिए नियमित रूप से टायरों के प्रेशर को चेक कराते रहें और उनमें सही प्रेशर बनाए रखें। यह सुरक्षा के लिए भी बहुत जरूरी होता है। कम हवा वाले टायर सड़क पर पकड़ खो सकते हैं। टायरों में सही हवा होने से माइलेज भी अच्छा होता है। साथ ही टायरों की ग्रिप (ट्रेड) भी चेक करें। घिसे हुए टायर सर्दी और बारिश में खतरनाक हो सकते हैं।
1. बैटरी की जांच करेंसर्दियों में गाड़ी स्टार्ट न होने का सबसे बड़ा कारण कमजोर बैटरी होती है। इसलिए बैटरी की जांच करना जरूरी हो जाता है। देखें की बैटरी के टर्मिन्लस में जंग तो नहीं लगा है। साथ ही टर्मिनल्स को गरम पानी से साफ करें। अगर कार की बैटरी काफी पुरानी हो गई है तो उसे समय से चेंज करवा लें, ताकि सर्दियों के दौरान आपको ज्यादा परेशानी न हो।
2. कूलेंट लेवल चेक करें कूलेंट सिर्फ इंजन को गरम होने से नहीं बचाता, बल्कि ठंड में उसे जमने से भी रोकता है। सुनिश्चित करें कि कूलेंट का लेवल और मिक्सचर सही हो। कूलेंट न होने पर रेडिएटर में पानी जम सकता है, जिससे इंजन को नुकसान हो सकता है। साथ ही रेडिएटर और कूलेंट पाइप्स में किसी भी तरह के लीकेज को देखें।
3. इंजन ऑयल बदलें आपने अगर लंबे समय से गाड़ी की सर्विस नहीं कराई है या इंजन ऑयल नहीं बदला है तो अब उसे बदलवा लें। समय के साथ इंजन ऑयल गाढ़ा (Thick) हो जाता है और ठंड में गाढ़ा इंजन ऑयल इंजन के हिस्सों तक पहुंचने में ज्यादा समय लेता है, जिससे स्टार्ट होने में दिक्कत आती है। साथ ही इससे गाड़ी की परफॉर्मेंस भी प्रभावित होती है।
4. टायरों को चेक करें ठंड के कारण टायरों का हवा का दबाव (Pressure) कम हो सकता है। इसलिए नियमित रूप से टायरों के प्रेशर को चेक कराते रहें और उनमें सही प्रेशर बनाए रखें। यह सुरक्षा के लिए भी बहुत जरूरी होता है। कम हवा वाले टायर सड़क पर पकड़ खो सकते हैं। टायरों में सही हवा होने से माइलेज भी अच्छा होता है। साथ ही टायरों की ग्रिप (ट्रेड) भी चेक करें। घिसे हुए टायर सर्दी और बारिश में खतरनाक हो सकते हैं।
You may also like

Mahua Seat: महुआ में तेज प्रताप यादव की मुकेश रौशन से हुई कांटे की टक्कर, 14 नवंबर को होगा फैसला

बांग्लादेश, नेपाल... दो पड़ोसी, दो चुनाव और भारत क्यों बनाए है नजर?

Raghopur Vidhansabha Seat: राघोपुर में तेजस्वी यादव की सतीश यादव से टक्कर, दोनों का फैसला हुआ ईवीएम में बंद

शादी केˈ 24 घंटे बाद दुल्हन ने दिया बच्ची को जन्म दूल्हा बोला – मुझे धोखा मिला है फिर जो हुआ उसने पूरे गांव को झकझोर दिया﹒

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट विजयी, अध्यक्ष समेत चारों सीट पर जीत




