देशभर में हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। आज लाखों लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं, लेकिन अधिक चिंता की बात यह है कि कई मरीज दवा लेना बीच में छोड़ देते हैं या सही समय पर इलाज नहीं कराते। इससे उनकी सेहत पर गहरा असर पड़ता है और गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर को गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है और दवाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना बंद करना खतरनाक साबित हो सकता है।
क्यों बढ़ रही है हाई ब्लड प्रेशर की समस्या?
हाई ब्लड प्रेशर के मामले दुनिया भर में बढ़ रहे हैं, और इसके कई कारण हैं जिनमें जीवनशैली से जुड़ी आदतें प्रमुख हैं।
अस्वास्थ्यकर खान-पान
तेल-मसाले वाले भोजन, अधिक नमक का सेवन और जंक फूड की बढ़ती मात्रा से रक्तचाप पर बुरा असर पड़ता है।
कम शारीरिक गतिविधि
बैठे-बैठे काम करना, व्यायाम की कमी और गतिहीन जीवनशैली ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले प्रमुख कारण हैं।
तनाव और मानसिक दबाव
आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनाव ने भी उच्च रक्तचाप को बढ़ावा दिया है।
धूम्रपान और शराब का सेवन
सिगरेट और शराब के सेवन से रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर अधिक हो जाता है।
मोटापा
अधिक वजन शरीर पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे हृदय को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
दवा छोड़ना क्यों है खतरनाक?
हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं को बीच में छोड़ना या बिना डॉक्टर की सलाह के बंद करना कई गंभीर परिणाम ला सकता है।
ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव
दवा बंद करने से ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ सकता है, जिससे दिल और मस्तिष्क को नुकसान पहुंच सकता है।
हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा
उच्च रक्तचाप के कारण हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
किडनी की समस्याएं
ब्लड प्रेशर की दवाओं का नियमित सेवन किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है, इसे छोड़ने पर किडनी खराब हो सकती है।
दृष्टि खराब होना
ब्लड प्रेशर कंट्रोल न होने से आंखों की रेटिना प्रभावित होती है, जिससे दृष्टि समस्या हो सकती है।
विशेषज्ञ की राय
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. कहते हैं, “हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए दवा और जीवनशैली दोनों का सही संतुलन जरूरी है। दवा को बिना परामर्श के बंद करना खतरनाक हो सकता है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा लें।”
हाई ब्लड प्रेशर से बचाव के उपाय
स्वस्थ आहार अपनाएं: कम नमक, फल-सब्जियों और फाइबर से भरपूर भोजन करें।
नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या व्यायाम करें।
तनाव कम करें: योग, मेडिटेशन और पर्याप्त नींद लें।
धूम्रपान और शराब से बचें।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।
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