दोस्तो दुनिया में किसी भी देश में गाड़ी चलाने के लिए हमारे पास ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है, जिसके बिना आप गाड़ी नहीं चला सकते हैं, भारत में भी मोटर वाहन अधिनियम के तहत ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है। जून की शुरुआत से ही आधार अपडेट और ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े कुछ ज़रूरी नियम बदल गए हैं। अगर आप नया ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने जा रहे हैं, तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां

1. ड्राइविंग टेस्ट के लिए आरटीओ जाने की ज़रूरत नहीं
पहले आवेदकों को कंप्यूटराइज्ड टेस्ट और ड्राइविंग टेस्ट के लिए आरटीओ ऑफिस जाना पड़ता था।
अब यह नियम बदल गया है। आवेदकों को ड्राइविंग टेस्ट के लिए आरटीओ जाने की ज़रूरत नहीं होगी।
इसके बजाय, वे केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित अधिकृत निजी ड्राइविंग टेस्ट केंद्रों पर टेस्ट दे सकते हैं।
यह विकल्प प्रक्रिया को और लचीला बनाएगा, हालाँकि यह वैकल्पिक रहेगा।

2. सरकारी मान्यता प्राप्त केंद्रों पर ड्राइविंग टेस्ट
सरकार चुनिंदा ड्राइविंग स्कूलों और केंद्रों को ड्राइविंग टेस्ट आयोजित करने के लिए अधिकृत करेगी।
यहाँ टेस्ट पास करने के बाद, आप बिना आरटीओ जाए अपने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं।
3. बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने पर जुर्माना
अगर कोई व्यक्ति बिना वैध लाइसेंस के गाड़ी चलाते पकड़ा जाता है, तो उस पर ₹2,000 तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
यह कदम सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और नियमों के उल्लंघन को कम करने के लिए उठाया गया है।
4. 18 साल से कम उम्र के ड्राइवरों के लिए सख्त नियम
अगर 18 साल से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति गाड़ी चलाते पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उनका ड्राइविंग लाइसेंस 25 साल की उम्र तक निलंबित रहेगा।
यह कम उम्र में गाड़ी चलाने को हतोत्साहित करने और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए है।
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