लखनऊ, 22 अप्रैल . संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम मंगलवार को घोषित हो गया. प्रयागराज की शक्ति दुबे ने पहला स्थान हासिल कर अपने जिले का नाम एक बार फिर रौशन किया है.
बचपन से होनहार शक्ति ने तीसरे प्रयास में यह उपलब्धि हासिल की. अपने दूसरे प्रयास में वह दो नंबर से क्वालीफाई करने से चूक गई थीं.
बायोकेमिस्ट्री में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) से एमएससी करने वाली शक्ति वहां भी गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं. शक्ति के पिता देवेंद्र कुमार दुबे पुलिस विभाग में पेशेवर के पद पर कार्यरत हैं. उनका परिवार मूल रूप से देवरिया के बैरिया का रहने वाला है. शक्ति की जुड़वा बहन प्रगति भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है.
शक्ति के पिता देवेंद्र कुमार दुबे ने कहा, “आज मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. बच्ची ने जो मेहनत की उसका प्रतिफल ईश्वर ने हमें दिया है. उसकी मेहनत से हम लोग संतुष्ट हैं. वह पढ़ने में बहुत मेहनत करती थी. पढ़ाई में उसका लगाव था. इससे लगता था बच्ची कुछ न कुछ करेगी. पिछली बार कुछ नंबर से रुक गई थी. लेकिन इस बार प्रभु ने उसकी मेहनत का फल दे दिया है.”
उन्होंने कहा कि परिवार के लिए इससे बड़ी खुशी नहीं हो सकती. हमारे सारे बच्चे बहुत मेहनत के साथ पढ़ाई कर रहे हैं. शक्ति की मां प्रेमा दुबे ने कहा कि शक्ति बहुत ज्यादा पढ़ाई करती थी. उन्होंने कहा, “उसे भगवान का पूरा आशीर्वाद मिला है. इसमें हमारा कोई सहयोग नहीं है. हमारी बेटी ने रात-दिन पढ़ाई की है.”
उल्लेखनीय है कि शक्ति दुबे ने सिविल सेवा परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है, जबकि हर्षिता गोयल दूसरे और डोंगरे अर्चित पराग तीसरे नंबर पर हैं. उनकी इस उपलब्धि पर टॉपर उम्मीदवारों को सोशल मीडिया पर बधाई देने का तांता लगा है.
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विकेटी/एकेजे
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