लखनऊ, 2 जून . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रदेश की कानून-व्यवस्था, जनसुनवाई प्रणाली और आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों को लेकर प्रदेश भर के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ‘जनहित सर्वोपरि’ शासन का मूल मंत्र है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि वे संवाद, सजगता और सतर्कता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें. उन्होंने कहा कि अक्सर छोटे विवाद लापरवाही के चलते बड़ा रूप ले लेते हैं, जिन्हें समय रहते सुलझाया जा सकता है. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि किसी भी विवाद की स्थिति में थाना पुलिस को तहरीर की प्रतीक्षा किए बिना तत्काल आवश्यक कदम उठाने चाहिए. सीएम योगी ने 5 जून को गंगा दशहरा, 7 जून को बकरीद और 24 जून को जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. उन्होंने इन तिथियों को कानून-व्यवस्था के लिहाज से संवेदनशील बताते हुए कहा कि हर जिले में विगत वर्षों की घटनाओं का विश्लेषण किया जाए और अराजक तत्वों पर निगरानी रखी जाए.
उन्होंने स्पष्ट किया कि बकरीद पर कुर्बानी केवल पूर्व निर्धारित स्थलों पर ही की जाए, प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पूरी तरह वर्जित होनी चाहिए और अपशिष्ट के निस्तारण की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. साथ ही, सार्वजनिक स्थलों और सड़कों पर नमाज की अनुमति न देने के निर्देश दिए गए हैं. धार्मिक स्थलों के आसपास लगातार पुलिस गश्त बनी रहे. गंगा दशहरा के अवसर पर 4 जून को व्यापक स्वच्छता अभियान चलाने और 5 जून को घाटों पर आरती समेत अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश दिए गए. सीएम योगी ने कहा कि घाटों की साफ-सफाई के साथ स्नान स्थलों की पहचान की जाए और सुरक्षा के दृष्टिकोण से गोताखोर, पीएसी फ्लड यूनिट, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती की जाए.
सीएम योगी ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) को ‘एक पेड़ मां के नाम’ थीम पर पौधारोपण कराया जाएगा. कार्यक्रम में सांसद, विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 11वें संस्करण की तैयारियों का जिक्र करते हुए कहा कि योग दिवस का आयोजन भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी स्थलों पर सुनिश्चित हो.
नदियों के पुनरुद्धार की आवश्यकता पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर जिले में कोई न कोई नदी बहती है. जालौन की नून नदी के पुनर्जीवन का उदाहरण देते हुए उन्होंने अन्य जिलों में भी इसी प्रकार के प्रयासों की प्रेरणा लेने का सुझाव दिया. इस वर्ष का पौधारोपण अभियान नदियों के पुनरुद्धार से जोड़ा जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी ने बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए विशेष सतर्कता के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि मृत पशुओं को नदियों में प्रवाहित न किया जाए. इसके लिए आमजन को जागरूक किया जाए. साथ ही, अवैध स्लॉटर हाउस किसी भी हालत में संचालित न हों और खुले में मांस विक्रय पूर्णतः प्रतिबंधित रहे.
सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात नियमों की अनदेखी इसके लिए जिम्मेदार है. उन्होंने सड़क इंजीनियरिंग, साइनेज, स्पीड ब्रेकर की समीक्षा कर व्यवस्था सुनिश्चित करने और अवैध बस/ऑटो स्टैंड को हटाने के निर्देश दिए.
तेज आंधी-तूफान के कारण बाधित बिजली आपूर्ति की स्थिति में तत्काल कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
जनसुनवाई प्रणाली की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की सराहना की जबकि अपेक्षानुसार प्रदर्शन न करने वालों को चेतावनी दी. उन्होंने दोहराया कि आईजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों का समाधान संतोषजनक और समयबद्ध हो. केवल निस्तारण नहीं, बल्कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही प्राथमिकता होनी चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने सभी जनपदों में सिविल डिफेंस इकाइयों के गठन के निर्देश देते हुए कहा कि आपात स्थितियों में ये इकाइयां अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगी.
–
पीएसके/एकेजे
The post first appeared on .
You may also like
हरिद्वार भूमि घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए : हरिश रावत
India raised objection : एडीबी की 800 मिलियन डॉलर की पाकिस्तान सहायता पर उठाए सवाल, बढ़ते रक्षा बजट पर चिंता
अनूपपुर: कुएं में उतराते मिले दो बच्चों के शव, एक दिन पहले से लापता थे, जामुन तोड़ने के दौरान गिरने की आशंका
(अपडेट) अनूपपुर: देर रात सोनटोला में कुआं में मिले लापता बालक-बालिका के शव
प्रधानमंत्री ने झाबुआ दुर्घटना पर दुख जताया, अनुग्रह राशि की घोषित