बीजिंग, 23 अप्रैल . सुरक्षा का मुद्दा न केवल इस बात को प्रभावित करता है कि प्रत्येक देश के लोग अच्छा जीवन जी सकते हैं या नहीं, बल्कि यह विश्व शांति और विकास के वैश्विक मुद्दे को भी प्रभावित करता है, तथा सम्पूर्ण मानव जाति के भविष्य का मार्ग निर्धारित करता है.
तीन साल पहले, 21 अप्रैल, 2022 को, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बोआओ एशिया फोरम के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में पहली बार वैश्विक सुरक्षा पहल का प्रस्ताव रखा था. तीन साल बाद, इस पहल को 120 से अधिक देशों और क्षेत्रों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा समर्थन दिया गया है और इसे चीन और अन्य देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग पर 120 से अधिक द्विपक्षीय और बहुपक्षीय दस्तावेजों में लिखा गया है.
कल्पना कीजिए कि पूरा विश्व एक “वैश्विक गांव” है और “ग्रामीणों” को विभिन्न सुरक्षा मुद्दों का सामना करना पड़ता है. रूस-यूक्रेन युद्ध, मध्य पूर्व में तनाव, जलवायु परिवर्तन के कारण चरम मौसम, खाद्य संकट और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को खतरा पहुंचाने वाले साइबर हमले को छोड़कर कुछ देशों ने एकतरफा नीति अपनाई है, व्यापार युद्ध छेड़े हैं तथा अन्य देशों के विरुद्ध प्रतिबंधों का प्रयोग किया है, जिससे देशों के बीच विश्वास कमजोर हुआ है तथा वैश्विक सुरक्षा स्थिति और भी बदतर हो गई है.
इस पृष्ठभूमि में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 2022 में वैश्विक सुरक्षा पहल को आगे बढ़ाया.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एबीएम/
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