पाकिस्तान ने शुक्रवार देर रात अफगानिस्तान के अंदर हवाई हमले किए, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हैं। इन हमलों ने 48 घंटे के युद्धविराम को तोड़ दिया, जिसने सीमा पर लगभग एक सप्ताह की हिंसक झड़पों को शांत किया था। तालिबान अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने पक्तिका प्रांत में तीन जगहों पर बमबारी की है। अब अफगानिस्तान इसका जवाब देगा। प्रांतीय अस्पताल के अधिकारी ने बताया कि मृतकों में 2 बच्चे शामिल हैं।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बताया कि टूर्नामेंट के लिए मौजूद तीन खिलाड़ी भी हमलों में मारे गए। अब बोर्ड ने अगले महीने पाकिस्तान के साथ होने वाली त्रिकोणीय टी20आई सीरीज से हटने का फैसला किया। वहीं, पाकिस्तान के सीनियर सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि ये सटीक हवाई हमले अफगान सीमा में हाफिज गुल बहादुर गुट को निशाना बनाकर किए गए, जो तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़ा है। इस्लामाबाद ने दावा किया कि यह समूह उत्तरी वजीरिस्तान में सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमले और गोलीबारी में शामिल था, जिसमें 7 पाकिस्तानी अर्धसैनिक सैनिक मारे गए थे।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान में क्यों बढ़ा तनाव
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव का मुख्य कारण सुरक्षा मुद्दे हैं। इस्लामाबाद का आरोप है कि अफगानिस्तान अपनी जमीन पर टीटीपी जैसे उग्रवादी समूहों को पनाह देता है, जिसे काबुल ने खारिज किया है। शनिवार से सीमा पर हिंसा तेजी से बढ़ी थी, जब काबुल में विस्फोट हुए उस समय जब तालिबान के विदेश मंत्री भारत की यात्रा पर थे। तालिबान ने इसके बाद पाकिस्तान के साथ दक्षिणी सीमा पर आक्रामक कार्रवाई शुरू की, जिसके जवाब में इस्लामाबाद ने कड़ा रुख अपनाने की बात कही। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने काबुल पर भारत का प्रॉक्सी बनने और पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।
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