मधेपुरा। आलमनगर विधानसभा सीट से जदयू के नरेंद्र नारायण यादव आठवीं बार मैदान में हैं। 1995 से अब तक वे लगातार सात बार चुनाव जीत चुके हैं। 1995 में वे जनता दल से और इसके बाद जनता दल यूनाइटेड से विधायक चुने गए।
प्रो. चंद्रशेखर का है छठा चुनाव
इसी तरह राजद विधायक प्रो. चंद्रशेखर लगातार तीन बार चुनाव जीत कर रिकॉर्ड बना चुके हैं। मधेपुरा सीट से अब तक किसी भी उम्मीदवार को लगातार तीन बार जीत नहीं मिली है। चौथी बार वे राजद के टिकट पर चुनावी अखाड़े में हैं।
हालांकि, यह उनका छठा चुनाव है। 2005 के फरवरी में निर्दलीय चुनाव लड़े थे। उसमें वे दूसरे स्थान पर रहे थे। नवंबर 2005 के चुनाव में 10,585 वोट लाकर वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
कहा जाता है कि प्रो. चंद्रशेखर के निर्दलीय लड़ने के कारण राजद प्रत्याशी की हार हुई थी।
पांचवीं बार अखाड़े में हैं रमेश ऋषिदेव
सिंहेश्वर(सुरक्षित) सीट से जदयू के उम्मीदवार रमेश ऋषिदेव लगातार पांचवीं बार मैदान में हैं। इससे पूर्व वे दो बार सिंहेश्वर से और एक बार कुमारखंड से विधायक निर्वाचित हुए हैं। 2010 और 2015 में सिंहेश्वर से लगातार दो बार विधायक चुने गए थे।
2020 में मंत्री रहते हुए इन्हें राजद के चंद्रहास चौपाल के हाथों करारी शिकस्त मिली थी। इससे पहले वे कुमारखंड विधानसभा से 2005 में जदयू के टिकट पर पहली बार विधायक चुने गए थे।
इसी तरह बिहारीगंज से जदयू के प्रत्याशी निरंजन मेहता दो बार चुनाव जीत कर तीसरी बार मैदान में हैं। 2015 और 2020 में वे लगातार दो बार बिहारीगंज से विधायक चुने गए हैं।
वहीं सिंहेश्वर से राजद के प्रत्याशी चंद्रहास चौपाल दूसरी जीत के लिए मैदान में उतर चुके हैं। 2020 में पहली बार चुनाव लड़े चंद्रहास चौपाल ने जदयू के रमेश ऋषिदेव को हराया था।
चौथी बार भाग्य आजमा रहीं रेणु कुशवाहा
बिहारीगंज सीट से राजद की प्रत्याशी रेणु कुशवाहा का मधेपुरा में यह चौथा चुनाव है। इससे पूर्व वे तब के उदाकिशुनगंज से फरवरी 2005 व नवंबर 2005 में जीत कर विधानसभा पहुंची थीं।
परिसीमन के बाद बिहारीगंज विधानसभा सीट से 2010 में विधायक चुनीं गईं। नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल में रहीं। अब वे एक बार फिर से अपने पुराने सीट से मैदान में उतर चुकी हैं।
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