उत्तर प्रदेश के वाराणसी कचहरी परिसर में मंगलवार को वकीलों ने सब-इंस्पेक्टर मिथिलेश प्रजापति को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई. तीन दिन पहले दारोगा का एक वकील से विवाद हुआ था, उसी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया.
वाराणसी में बड़ागांव थाने के दारोगा मिथिलेश प्रजापति और एक सिपाही कचहरी में गो अधिनियम का रिमांड पर्चा लेने गए थे, तभी ये घटना घटी.
वकीलों के एक समूह ने बड़ागांव थाने का दारोगा होने के नाम पर उन्हें पीट दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए. फिलहाल पूरा कचहरी परिसर छावनी में तब्दील है.
कचहरी में दारोगा की वकीलों द्वारा पिटाई की जानकारी के बाद से वाराणसी पुलिस विभाग में आक्रोश है.
हालांकि स्थिति तनावपूर्ण लेकिन पुलिस के नियंत्रण में है. अधिकारियों का कहना है की दो बार एसोसिएशन के अधिकारियों से बातचीत हो गई है जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
वाराणसी के बड़ागांव थाने के कोर्ट मुहर्रिर राणाप्रताप(28) भी गंभीर रूप से घायल हैं. उनका भी इलाज अस्पताल में चल रहा है. हालांकि कोर्ट मुहर्रिर की स्थिति बेहतर बताई गई है. कचहरी में हुई वारदात की जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस अधिकारी भी पहुंचे और हालात की जानकारी ली.
वहीं जिला अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कचहरी परिसर में जिला जज से भी मुलाकात कर हालात के बारे में चर्चा की. दूसरी ओर अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था शिवहरि मीणा भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि हालात नियंत्रण में है और मामले की विवेचना के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल दोनों घायलों का इलाज चल रहा है.
बहरहाल अब पुलिस सीसीटीवी के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है. कचहरी परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
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