उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक दो साल की बच्ची, जो 23 दिन पहले अपने घर के बाहर खेलते समय लापता हो गई थी, का शव हाल ही में बरामद किया गया है। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वायड टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। एसपी दीक्षा शर्मा भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मामले की त्वरित जांच के लिए पुलिस टीमों को निर्देशित किया।
यह मामला मौदहा कोतवाली क्षेत्र के पढ़ोरी गांव का है, जहां रवि कुमार की डेढ़ साल की बेटी श्रष्टि 20 दिसंबर को शाम करीब 4 बजे गायब हो गई थी। काफी खोजबीन के बावजूद पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिला। हाल ही में, विपिन के घर के पास स्थित खंडहर से कुत्तों को एक बच्चे का कटा सिर ले जाते हुए देखा गया।
पुलिस ने जांच के दौरान गांव के बाहर दलित बस्ती से हड्डियां और कपड़े बरामद किए। मासूम के पिता ने सिर को अपनी बेटी का बताया। पुलिस ने कहा कि डीएनए टेस्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। एसपी डॉ. दीक्षा शर्मा और सीओ श्रेयस त्रिपाठी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
बच्ची के अवशेषों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है, जहां डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा इसकी जांच की जाएगी। पहचान के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय पुलिस ने मासूम के पिता से जानकारी लेकर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है।
मौदहा के पढ़ोरी गांव से लापता श्रष्टि की खोज में पुलिस की 10 टीमें लगाई गई थीं, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे। मासूम के शव के अवशेष गांव में ही मिले। पुलिस ने सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरों और गश्ती के माध्यम से खोजबीन की।
फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। सीओ श्रेयस त्रिपाठी ने बताया कि यह शव उसी बच्ची का है या किसी और का, इसकी जांच की जा रही है। डीएनए टेस्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। एसपी डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि बच्ची के पिता ने शव के अवशेषों को अपनी बच्ची का बताया है।
You may also like
मधुमक्खियों ने खोला बोतल का ढक्कन, देखकर नहीं होगा आंखों पर यकीन 〥
उत्तर प्रदेश में कच्चे तेल के भंडार की संभावना: बलिया और बागपत में ड्रिलिंग की योजना
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: विशेषज्ञों का चेतावनी
ऐसे लोगों को बेवकूफ बनाते हैं भिखारी, दया दिखाने से पहले देख लें, खुल जाएंगी आंखें 〥
Ixigo Trains की नई 'ट्रैवल गारंटी' सुविधा: वेटिंग टिकट पर मिलेगा तीन गुना रिफंड