जीएसटी स्लैब में बदलाव.
आज नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है, जो इस बार जीएसटी दरों में बदलाव के साथ जुड़ा हुआ है। इस त्योहारी मौसम में कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी, जिनमें रोजमर्रा की जरूरतों से लेकर वाहन और दवाएं शामिल हैं, जो आम जनता पर सीधा प्रभाव डालेंगी।
जीएसटी परिषद ने हाल ही में चार स्लैब की जगह दो स्लैब में जीएसटी दरों को समाहित करने का निर्णय लिया है। अब कर की दरें 5% और 18% होंगी, जबकि विलासिता की वस्तुओं पर 40% की विशेष दर लागू होगी। सिगरेट, तंबाकू और अन्य संबंधित उत्पादों को छोड़कर, नई दरें आज से प्रभावी हो जाएंगी।
सस्ती होंगी दैनिक उपयोग की वस्तुएं साबुन, पाउडर, कॉफी, डायपर, बिस्कुट, घी, तेल होंगे सस्ते
रोजमर्रा की आवश्यकताओं के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनियों ने जीएसटी में कटौती का लाभ ग्राहकों को देने के लिए अपने उत्पादों की कीमतें घटाई हैं। इसके परिणामस्वरूप, आज से साबुन, पाउडर, कॉफी, डायपर, बिस्कुट, घी और तेल जैसी वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी।
इस कदम से नवरात्रि के दौरान खपत में वृद्धि और बिक्री में उछाल आने की संभावना है। एफएमसीजी कंपनियों ने जीएसटी 2.0 के लाभों को तुरंत उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का प्रयास किया है। इन कंपनियों ने आज से अपने उत्पादों की संशोधित मूल्य सूची जारी की है।
जीएसटी दर में कटौती का लाभ जीएसटी दर में कटौती का लाभ
इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को जीएसटी दर में कटौती का लाभ पहुंचाना है। प्रॉक्टर एंड गैंबल, इमामी और एचयूएल जैसी कंपनियों ने नई मूल्य सूची जारी की है। इसके बारे में कंपनियों ने अपने वितरकों और ग्राहकों को सूचित किया है।
प्रॉक्टर एंड गैंबल ने अपने उत्पादों की संशोधित सूची में विक्स, हेड एंड शोल्डर्स, पैंटीन, पैम्पर्स (डायपर), जिलेट, ओल्ड स्पाइस और ओरल-बी जैसे ब्रांड के उत्पादों की कीमतों में कमी की है।
मेडिकल खर्च में कमी मेडिकल खर्च होगा कम
अब ग्लूकोमीटर, डायग्नोस्टिक किट्स और अधिकांश दवाओं पर जीएसटी केवल 5% लगेगा। पहले ये 12% या 18% के स्लैब में आते थे। सरकार ने मेडिकल स्टोर्स को एमआरपी घटाने या कम दर पर दवाएं बेचने का निर्देश भी दिया है।
घर बनाने की लागत में कमी घर बनाने में कम होगी लागत
जीएसटी स्लैब में बदलाव से घर बनाने वालों को भी राहत मिलेगी। सरकार ने सीमेंट पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% कर दिया है, जिससे घर बनाने की लागत में कमी आएगी। बिल्डर्स और होमबायर्स दोनों को इसका लाभ मिलेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स की कीमतों में कमी इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की कीमतों में कटौती
अब टीवी, एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन जैसी वस्तुओं की कीमतों में भी कमी आएगी। पहले इन पर 28% जीएसटी लगता था, अब इन्हें 18% के स्लैब में रखा गया है। कंपनियों ने कीमतें घटाने का ऐलान कर दिया है।
गाड़ियों पर टैक्स में कमी गाड़ियों पर सबसे ज्यादा फायदा
छोटी गाड़ियों पर अब 18% जीएसटी और बड़ी गाड़ियों पर 28% जीएसटी लगेगा। पहले एसयूवी और एमपीवी जैसी गाड़ियों पर 28% टैक्स के साथ 22% सेस भी लगता था। अब कुल टैक्स घटकर करीब 40% हो गया है।
ब्यूटी और फिटनेस सेवाओं में राहत ब्यूटी और फिटनेस सर्विस में भी राहत
अब सैलून, योगा सेंटर, फिटनेस क्लब, हेल्थ स्पा जैसी सेवाओं पर जीएसटी 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है। हालांकि, अब इन पर इनपुट टैक्स क्रेडिट नहीं मिलेगा।
उच्चतम टैक्स वाले उत्पाद इन पर लगेगा सबसे ज्यादा टैक्स?
कुछ वस्तुओं पर सरकार ने 40% जीएसटी स्लैब लागू किया है, जिससे उनकी कीमतों में वृद्धि हुई है। इनमें शामिल हैं:
- सिगरेट, गुटखा, पान मसाला, ऑनलाइन जुए से जुड़ी सेवाएं।
- बड़ी गाड़ियां (1200cc से ऊपर, 4 मीटर से लंबी)
- 350cc से ऊपर की बाइक
- सॉफ्ट ड्रिंक्स और फ्लेवर्ड वाटर जैसे कोल्ड बेवरेजेस
You may also like
डाइजेशन में है समस्या! गैस-अपच से रहते हैं परेशान? डाइट में शामिल करें ये 4 सीड्स; जानें फायदे
14 दिनों तक लौंग का पानी पीने से मिलेंगे ये 5 बड़े फायदे, जानें एक्सपर्ट की सलाह
एक दिन सही कीमत सही जगह` पर ही मिलती है एक पिता जो बुढ़ापे में बिस्तर पर पड़ा था, उसने अपनी बेटी को बुलाया और कहा, “बेटी, मैंने तुम्हें खूब पढ़ाया-लिखाया और एक शिक्षित व्यक्ति बनाया है। अगर मैं मर गया, तो मैं तुम्हारे लिए जीवन भर कोई संपत्ति नहीं बनाऊंगा। मैंने जो भी कमाया है, वह तुम्हारी पढ़ाई पर खर्च हो गया
अर्जुन तेंदुलकर पड़े राहुल द्रविड़ के बेटे पर भारी, समित द्रविड़ को आउट करके लूटी लाइमलाइट
UPI बदल देगा ग्लोबल पेमेंट मार्केट की तस्वीर, कुछ ही सालों में करेगा 2.4 ट्रिलियन डॉलर को पार