नई दिल्ली: पावर सेक्टर की कंपनी Jaiprakash Power Ventures के स्टॉक ने पिछले 5 साल में अपने निवेशकों को 587 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. तो 3 साल में यह स्टॉक 146 प्रतिशत तक चढ़ा है. वहीं 3 महीनेम में भी इसने 28 प्रतिशत की तेज़ी दिखाई है. हालांकि शुक्रवार को इसमें 0.89 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई और यह 18.90 रुपये की कीमत पर बंद हुआ.
कंपनी का क्वार्टर रिजल्टकंपनी ने इस क्वार्टर में 1,583.16 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया. यह पिछले क्वार्टर में दर्ज किए गए 1,340.91 करोड़ रुपये से 18.07% ज़्यादा है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 9.78% कम है. कंपनी ने इस तिमाही में 278.13 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया. यह पिछले क्वार्टर में दर्ज किए गए 155.67 करोड़ रुपये से 78.67% अधिक है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी तिमाही से 20.20% कम है.
LIC के पास हिस्सेदारीपावर सेक्टर के इस पेनी स्टॉक में देश की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी एलआईसी की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, जून 2025 तक, एलआईसी के पास 93,480,125 के शेयर यानी 1.36 प्रतिशत की हिस्सेदारी है.
पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़ीइस स्टॉक में पब्लिक शेयरहोल्डिंग भी बढ़ी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, मार्च 2025 तक पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास कंपनी की 52.17 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी, जो जून 2025 में आकर 52.32 प्रतिशत हो गई.
क्या करती है कंपनी?जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड की शुरुआत 21 दिसंबर, 1994 को हिमाचल प्रदेश में जयप्रकाश हाइड्रो-पावर लिमिटेड के नाम से हुई थी. इसने आधिकारिक तौर पर 9 जनवरी, 1995 को कारोबार शुरू किया. बाद में, जेपी समूह की एक अन्य कंपनी, जिसे जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड भी कहा जाता है, का 20 नवंबर, 2009 को उच्च न्यायालय के एक आदेश द्वारा इसमें विलय कर दिया गया. विलय के बाद, कंपनी का नाम बदलकर जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड कर दिया गया.
वर्तमान में, कंपनी थर्मल और हाइड्रो पावर से बिजली प्रोडक्शन, कोयले के माइनिंग और सीमेंट पीसने का काम करती है.
कंपनी का क्वार्टर रिजल्टकंपनी ने इस क्वार्टर में 1,583.16 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया. यह पिछले क्वार्टर में दर्ज किए गए 1,340.91 करोड़ रुपये से 18.07% ज़्यादा है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 9.78% कम है. कंपनी ने इस तिमाही में 278.13 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया. यह पिछले क्वार्टर में दर्ज किए गए 155.67 करोड़ रुपये से 78.67% अधिक है, लेकिन पिछले वर्ष की इसी तिमाही से 20.20% कम है.
LIC के पास हिस्सेदारीपावर सेक्टर के इस पेनी स्टॉक में देश की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी एलआईसी की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, जून 2025 तक, एलआईसी के पास 93,480,125 के शेयर यानी 1.36 प्रतिशत की हिस्सेदारी है.
पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़ीइस स्टॉक में पब्लिक शेयरहोल्डिंग भी बढ़ी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, मार्च 2025 तक पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास कंपनी की 52.17 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी, जो जून 2025 में आकर 52.32 प्रतिशत हो गई.
क्या करती है कंपनी?जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड की शुरुआत 21 दिसंबर, 1994 को हिमाचल प्रदेश में जयप्रकाश हाइड्रो-पावर लिमिटेड के नाम से हुई थी. इसने आधिकारिक तौर पर 9 जनवरी, 1995 को कारोबार शुरू किया. बाद में, जेपी समूह की एक अन्य कंपनी, जिसे जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड भी कहा जाता है, का 20 नवंबर, 2009 को उच्च न्यायालय के एक आदेश द्वारा इसमें विलय कर दिया गया. विलय के बाद, कंपनी का नाम बदलकर जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड कर दिया गया.
वर्तमान में, कंपनी थर्मल और हाइड्रो पावर से बिजली प्रोडक्शन, कोयले के माइनिंग और सीमेंट पीसने का काम करती है.
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