अनुभवी भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी 2025-26के पहले दो मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का संकेत दिए हैं। 35 वर्षीय शमी ने बंगाल के लिए खेलते हुए दो मैचों में 15 विकेट चटकाए, जो उनकी ज़बरदस्त फॉर्म को दर्शाता है। उनके इस प्रदर्शन के बाद, भारतीय पेस अटैक के मौजूदा साथी जसप्रीत बुमराह के साथ उनके टेस्ट आँकड़ों की तुलना आवश्यक हो जाती है।
31 वर्षीय बुमराह और 35 वर्षीय शमी ने अपने टेस्ट करियर में 50 मैच पूरे कर लिए हैं। आइए जानें दोनों में किस खिलाड़ी के पहले 50 टेस्ट में बेहतर आँकड़े हैं। दोनों तेज़ गेंदबाजों ने अपने शुरुआती दौर में टीम में अहम भूमिका निभाते हुए अपना प्रभाव छोड़ा और भारतीय पेस यूनिट को मज़बूती प्रदान की। नीचे की गई तुलना यह स्पष्ट करती है कि किसने कम पारियों में अधिक सफलता हासिल की और कौन अधिक प्रभावशाली रहा।
विकेट लेने और औसत के मामले में जसप्रीत बुमराह ने अपने पहले 50 टेस्ट में एक बड़ी बढ़त हासिल की है। बुमराह ने 19.83 की बेहतरीन औसत से 226 विकेट झटके, जो 50 टेस्ट के बाद किसी भी भारतीय गेंदबाज़ के लिए एक शानदार और बेहतरीन उपलब्धि है। वहीं, मोहम्मद शमी ने 27.58 की औसत से 180 विकेट हासिल किए। हालांकि, उनका प्रदर्शन भी भारतीय टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा था।
किसने टेस्ट क्रिकेट में लिए ज्यादा ‘पाँच विकेट हॉल’?पाँच विकेट हॉल (एक पारी में 5 या अधिक विकेट) लेने के मामले में बुमराह ने एकतरफा वर्चस्व दिखाया है। जसप्रीत बुमराह ने अपने पहले 50 टेस्ट में 15 बार यह कारनामा कर दिखाया है, दूसरी ओर शमी केवल 5 बार यह उपलब्धि हासिल कर पाए थे। बुमराह का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वेस्टइंडीज के खिलाफ 6/27 रहा, जबकि शमी का सर्वश्रेष्ठ 6/56 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था।
जब भारत ने टेस्ट मैच जीते, तब दोनों का प्रदर्शन और भी ज़्यादा बेहतर हो गया। बुमराह, भारत की 22 जीतों में शामिल रहे और उन्होंने 14.85 की असाधारण औसत से 117 विकेट लिए, जिसमें 9 पाँच विकेट हॉल शामिल थे। शमी अपनी 25 जीतों में 20.69 के औसत से 95 विकेट लेने में सफल रहे थे।
सेना देशों में दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शनसेना देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में अच्छा प्रदर्शन करना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक चुनौती के समान होता है। लेकिन वहाँ भी बुमराह का रिकॉर्ड अत्यंत प्रभावशाली है। बुमराह ने 34 सेना टेस्ट में 21.46 की औसत से 159 विकेट लिए, जिसमें 11 पाँच विकेट हॉल थे। मोहम्मद शमी ने दूसरी ओर 25 सेना टेस्ट में 34.52 की औसत से 88 विकेट लिए, जो बुमराह के मुकाबले ठीक-ठीक हैं।
निष्कर्ष रूप में, बुमराह ने अपने शुरुआती 50 टेस्ट में अधिक प्रभावी प्रदर्शन किया, खासकर उनकी औसत (19.83) और पाँच विकेट हॉल (15) की संख्या उन्हें शमी से आगे रखती है। परंतु, दोनों ही गेंदबाज़ आधुनिक भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए अमूल्य रहे हैं और उन्होंने अपनी निजी भूमिकाओं के सन्दर्भ से देखा जाए तो महत्वपूर्ण योगदान भी दिया है। इन आँकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि बुमराह ने अपने करियर की शुरुआत एक असाधारण स्तर पर की थी, जबकि शमी ने समय के साथ अपनी काबिलियत को साबित किया है।
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