प्रतापगढ़ के एक निजी स्कूल में मासूम बच्चे के साथ क्रूरता का मामला सामने आने के बाद स्कूल के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग ने जीरो माइल चौराहे पर स्थित आर्य कुल शिक्षण संस्थान की मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बच्चे की मां ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मुलाकात कर स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसके बाद दिलावर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक दिलावर ने कहा, "जो मामला सामने आया है, वह बेहद गंभीर और चिंताजनक है। स्कूल को सील कर दिया गया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।"
बच्चों को घंटों कमरे में बंद रखा गया
स्कूल के प्ले ग्रुप में पढ़ने वाले बच्चे को स्कूल के एक अलग कमरे में बंद कर दिया गया और उसके हाथ-पैर बांधकर घंटों बैठाए रखा गया। इस मामले में 22 मार्च को प्रधानाचार्य निर्मला कुंवर, प्रबंध कर्मी संगीता कुंवर और स्कूल संचालक लोकेंद्र सिंह के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया था। जांच के आधार पर पुलिस ने 20 अप्रैल को प्रधानाचार्य को गिरफ्तार कर लिया था।
बच्चे की मां ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को जानबूझकर कमरे में बंद किया गया और यूरिन इंफेक्शन होने पर भी उसका ख्याल नहीं रखा गया। जब उसे शक हुआ तो वह स्कूल पहुंची, जहां सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि स्कूल की प्रधानाचार्य निर्मला कुंवर बच्चे की पिटाई कर रही हैं। मामला सामने आने के बाद जांच प्रतापगढ़ के डीएसपी को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। वहीं, बच्चे के माता-पिता ने एससी/एसटी एक्ट, जेजे एक्ट और शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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