बारां के मांगरोल सबडिवीजन के पाडलिया गांव के गांववालों ने अंता विधानसभा उपचुनाव में वोटिंग का बॉयकॉट करने की धमकी दी है। उन्होंने मांगरोल सब-डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को एक अर्जी दी है। गांववाले सरकार के झूठे वादों से गुस्से में हैं। उन्होंने गांव में बेसिक सुविधाओं की कमी, खेतों तक पहुंच न होने और पंचायत हेडक्वार्टर से कनेक्टिविटी न होने की बात कही है।
श्मशान घाट तक जाने की कोई सुविधा नहीं
गांववालों का कहना है कि श्मशान घाट तक जाने की कोई सुविधा नहीं है। वे एक कम्युनिटी हॉल की भी ज़रूरत बताते हैं, और स्कूल के सामने पानी से भरे गड्ढे से बच्चों के साथ गंभीर एक्सीडेंट का खतरा है। सरकारें अक्सर चुनावों के दौरान गांव से झूठे वादे करती हैं, जो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।
आबादी 1,800 से ज़्यादा
गांववाले इन समस्याओं के समाधान की मांग कर रहे हैं। हालांकि, बार-बार रिक्वेस्ट करने के बाद भी सरकार ने इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है। यह गांव पंचायत का सबसे बड़ा गांव है, जिसकी आबादी 1,800 से ज़्यादा है। यहां 800 से ज़्यादा वोटर हैं, फिर भी गांव में बेसिक सुविधाओं की कमी है।
बेसिक सुविधाओं की कमी पर गुस्सा
बेसिक सुविधाओं की कमी से पूरे गांव और समाज में गुस्सा है। गांववालों ने एकमत होकर इस बार चुनाव का बायकॉट करने का फैसला किया है। हालांकि, इस बारे में मांगरोल सब-डिविजनल ऑफिसर को एक लेटर भी लिखा गया है।
You may also like

बार-बारˈ पेशाब आना और भूख न लगना कहीं किडनी को नुकसान तो नहीं हो रहा?﹒

Ayushmanˈ Card होने पर भी अस्पताल वाले नहीं कर रहे मुफ्त में इलाज तो यहां करें शिकायत﹒

शोध, सृजन और आलोचना के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाएं छात्र: प्रो. कीर्ति पाण्डेय

भाजपा सरकार युवाओं को देती है आगे बढ़ने का उचित मंच : अनूप गुप्ता

स्वदेशी से विकसित भारत की ओर, भाजयुमो के युवा सम्मेलन में गूंजी आत्मनिर्भरता की हुंकार





